कृष्ण चंदर मुझे उम्मीद है कि इससे पहले आपको किसी तवाइफ़ का ख़त न मिला होगा। ये भी उम्मीद करती हूँ कि कि आज तक आपने मेरी और इस क़ुमाश की दूसरी औरतों की सूरत भी न...
Author - Rekha Singh
कृष्ण चंदर वो आदमी उसका पीछा कर रहे थे। इतनी बुलंदी से वो दोनों नीचे सपाट खेतों में चलते हुए दो छोटे से खिलौनों की तरह नज़र आ रहे थे। दोनों के कंधों पर तीलियों...
कृष्ण चंदर 1 जलियांवाला बाग़ मैं हज़ारों का मजमा था। इस मजमा में हिंदू थे, सुख भी थे और मुस्लमान भी। हिंदू मुस्लमानों से और मुस्लमान सिखों से अलग साफ़ पहचाने...
कृष्ण चंदर (1) वो आदमी जिसके ज़मीर में कांटा है (एक ग़ैर मुल्की कौंसिल के मकतूब जो उसने अपने अफ़्सर आला को कलकत्ता से रवाना किए) 8 अगस्त 1943 –कलाइव स्ट्रीट, मून...
कृष्ण चंदर चेहरे पर इस की आँखें बहुत अजीब थीं। जैसे उस का सारा चेहरा अपना हो और आँखें किसी दूसरे की जो चेहरे पर पपोटों के पीछे महसूर कर दी गईं। इस की छोटी...
डॉ. अनुज कुमार सिंह सिकरवार यह वनस्पति पूरे भारत में उगता है। इसकी खेती भी की जाती है। इसके पौधे बहुवर्षीय तथा हरे-भरे रहने वाले होते हैं। एक बार लगा देने पर...
डॉ. अनुज कुमार सिंह सिकरवार इसकी क्षुप गीली तथा तर जमीन में पैदा होती है। सम्पूर्ण भारत में जल के आस-पास यह पायी जाती है। बंगाल के लोग इसका साग खाते हैं। संथाल...
डॉ. अनुज कुमार सिंह सिकरवार इसको मण्डूक पर्णी भी कहते हैं। ब्राह्मी के नाम से एक और पौधा है, जिसे ‘जल नीम कहते हैं। दोनों की आकृति आपस में मिलती नहीं है। दोनों...
डॉ. अनुज कुमार सिंह सिकरवार सम्पूर्ण भारत में मिलने वाली इस पौधा को ‘मुठिया सीज’ के नाम से भी जाना जाता है। इसका पौधा 10 से 15 फिट तक ऊंचा होता है। इसकी...
डॉ. अनुज कुमार सिंह सिकरवार इसका पौधा बरसात में बिहार, झारखण्ड तथा उत्तरी पूर्वी भारत के सभी प्रदेश में देखने को मिलता है। इसके कई भेद है। उजला, काला दो प्रकार...