Author - Rekha Singh

कहानी

एक तवाइफ़ का ख़त

 कृष्ण चंदर मुझे उम्मीद है कि इससे पहले आपको किसी तवाइफ़ का ख़त न मिला होगा। ये भी उम्मीद करती हूँ कि कि आज तक आपने मेरी और इस क़ुमाश की दूसरी औरतों की सूरत भी न...

देश-दुनिया

आधे घण्टे का ख़ुदा

 कृष्ण चंदर वो आदमी उसका पीछा कर रहे थे। इतनी बुलंदी से वो दोनों नीचे सपाट खेतों में चलते हुए दो छोटे से खिलौनों की तरह नज़र आ रहे थे। दोनों के कंधों पर तीलियों...

कहानी

अमृतसर आज़ादी से पहले

 कृष्ण चंदर 1 जलियांवाला बाग़ मैं हज़ारों का मजमा था। इस मजमा में हिंदू थे, सुख भी थे और मुस्लमान भी। हिंदू मुस्लमानों से और मुस्लमान सिखों से अलग साफ़ पहचाने...

कहानी

अन्न-दाता

 कृष्ण चंदर (1) वो आदमी जिसके ज़मीर में कांटा है (एक ग़ैर मुल्की कौंसिल के मकतूब जो उसने अपने अफ़्सर आला को कलकत्ता से रवाना किए) 8 अगस्त 1943 –कलाइव स्ट्रीट, मून...

कहानी

अजनबी आँखें

कृष्ण चंदर चेहरे पर इस की आँखें बहुत अजीब थीं। जैसे उस का सारा चेहरा अपना हो और आँखें किसी दूसरे की जो चेहरे पर पपोटों के पीछे महसूर कर दी गईं। इस की छोटी...

वानस्पतिक औषधियाँ

चर्म और पेट रोगों की दवा- चित्रक

डॉ. अनुज कुमार सिंह सिकरवार यह वनस्पति पूरे भारत में उगता है। इसकी खेती भी की जाती है। इसके पौधे बहुवर्षीय तथा हरे-भरे रहने वाले होते हैं। एक बार लगा देने पर...

वानस्पतिक औषधियाँ

पेशाब सम्बन्धित रोगों की दवा है- जलनीम

डॉ. अनुज कुमार सिंह सिकरवार इसकी क्षुप गीली तथा तर जमीन में पैदा होती है। सम्पूर्ण भारत में जल के आस-पास यह पायी जाती है। बंगाल के लोग इसका साग खाते हैं। संथाल...

वानस्पतिक औषधियाँ

चर्म रोग तथा पीलिया की औषधि- ब्राह्मी

डॉ. अनुज कुमार सिंह सिकरवार इसको मण्डूक पर्णी भी कहते हैं। ब्राह्मी के नाम से एक और पौधा है, जिसे ‘जल नीम कहते हैं। दोनों की आकृति आपस में मिलती नहीं है। दोनों...

वानस्पतिक औषधियाँ

दस्तावर है-मुठिया सीज

डॉ. अनुज कुमार सिंह सिकरवार सम्पूर्ण भारत में मिलने वाली इस पौधा को ‘मुठिया सीज’ के नाम से भी जाना जाता है। इसका पौधा 10 से 15 फिट तक ऊंचा होता है। इसकी...

वानस्पतिक औषधियाँ

कई रोग की औषधि है- कासमर्द

डॉ. अनुज कुमार सिंह सिकरवार इसका पौधा बरसात में बिहार, झारखण्ड तथा उत्तरी पूर्वी भारत के सभी प्रदेश में देखने को मिलता है। इसके कई भेद है। उजला, काला दो प्रकार...

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