वानस्पतिक औषधियाँ

औषधि एवं पोषक गुणों से युक्त परवल

डॉ.अनुज कुमार सिंह सिकरवार

वैसे तो प्रकृति ने हर ऋतु के अनुकूल तरकारियों और फल उत्पन्न किये है,जो मानव को पोषण देने के साथ उसे स्वस्थ भी रखते हैं। वर्षा ऋतु में ऐसी ही तरकारी(सब्जी) है-परवल। यह वर्षा ऋतु में प्रचुरता में उपलब्ध होती है। परवल हरे रंग का ढोलक की आकृति का होता है,जिस पर हल्का पीला-भूरा रंग की धारियाँ पायी जाती हैं। इसके अन्दर गोलाकार बीज होते हैं। परवल पोषक तत्त्वों से युक्त होने के साथ औषधि गुणों से भी भरपूर है। इसकी आलू के साथ रसेदार सब्जी अत्यन्त स्वादिष्ट बनती है। ट्राइकोसेन्थेस डियोका, जिसे पॉइंटेड लौकी के रूप में भी जाना जाता है, परिवार में एक बेल का पौधा है, जो ककड़ी और स्क्वैश के समान है, हालांकि इसके विपरीत यह बारहमासी है। यह दिल के आकार के पत्तों के साथ एक घने बेल का पौधा है और एक ट्रेलिस पर उगाया जाता है। फल सफेद या बिना धारियों के हरे होते हैं। कुछ लोग आलू,टमाटर तथा परवल की रसेदार सब्जी पसन्द करते हैं।लेकिन कुछ भरवा परवाल की सब्जी अच्छी लगती है। परवल की मिठाई भी बनायी जाती है। यह हरी सब्जी विटामिनों से भरपूर है,जो इसे उत्कृष्ट भोज्य पदार्थ बनाता है।
परवल में विटामिन ए, विटामिन बी1, विटामिन बी 2 और विटामिन सी ,कैल्शियम भरपूर मात्रा में उपलब्ध हैं,जो अस्थियों(हड्डियों) के स्वास्थ्य के अति आवश्यक होता है। परवल में पोटेशियम ,मैग्नीशियम,फॉस्फोरस और कई दूसरे सूक्ष्म पोषक तत्त्वों की बड़ी मात्रा होती है। इस तरकारी का सर्वश्रेष्ठ गुण है कि यह कैलोरी में अत्यन्त कम प्रति 100ग्राम में केवल 24कैलोरी है। इस कारण परवल शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर नियंत्रित करने सहायता करता है। आयुर्वेद में परवल अनेक रोगों के उपचार हेतु उपयोग किया जाता है। यह त्वचा संक्रमण ,ज्वर तथा कब्ज के उपचार के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है।
परवल के गुण-
1. परवल पाचन प्रक्रिया को तेज करता है,क्यों कि यह रेशों(फाइबर्स)से युक्त है।
2. जल के कम सेवन तथा शरीर में लौह(आइरन), खनिज(मिनरल्स) की कमी से कब्ज की समस्या उत्पन्न होती है। परवल को बीज सहित सेवन करने से कब्ज से मुक्ति मिलती है।
3. परवल विभिन्न पोषक तत्त्वों तथा यौगिकों की उपस्थिति के कारण ऊतकों को स्वच्छ करके रक्त शुद्धि में भी सहायता करता है, जिसमें शरीर को रक्त शोधन में सहायता प्राप्त होती है।
4. यह शरीर का वजन भी कम करने में सहायक है, तो आप आहार(भोजन,पथ्य,डाइट) में परवल का चयन कर सकते हैं। यह लम्बे समय तक तृप्त रखेगा।
5. परवल के बीज अत्यन्त लाभकारी होते हैं। इस कारण बीजों का भी सेवन करना चाहिए। परवल के बीज शरीर के कोलेस्ट्रॉल स्तर पर को नियंत्रित करने और रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में सहायक होते हैं।

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