Author - Rekha Singh

आपके विचार

अगर चीन को सबक सिखाना है तो….

पृथ्वी बहुत सुन्दर तो है ही, जहाँ पहाड़ों के अन्दर मीलों दूर फैली गुफाएँ, झरने, कुछ प्राकृतिक तो कुछ मानव जाति निर्मित गुफाएँ स्वर्ग जैसा आनन्द कराती हैं।...

मनोरंजन

आम लोगों का अभिनेता-इरफान खान

डॉ.बचनसिंह सिकरवार गत उन्तीस अप्रैल को आम भारतीय दर्शकों को प्यारा-दुल्हारा फिल्म अभिनेता इरफान अचानक दुनिया से चले जाने से बड़ा झटका लगा है, क्योंकि उनके जहन...

अजब-गजब

जहाँ साठ-सत्तर साल के होते हैं जवान और जीते हैं सौ-सवा सौ साल

डॉ.बचन सिंह सिकरवार ‘साठ-सत्तर साल के होते हैं जवान और जीते है-सौ-सवा सौ साल’ सुनकर आप चौंके जरूर होंगे और चौंकना भी चाहिए। लेकिन यह सच्चाई है, हकीकत है। यहाँ...

मनोरंजन

अलबेले और अनोखे कलाकार थे ऋषि कपूर

डॉ.बचन सिंह सिकरवार अपने देश के नाट्य एवं फिल्मी दुनिया के पितामह में शुमार पृथ्वीराज कपूर के पौत्र और फिल्म जगत् के सपने के सौदागर राजकपूर के छोटे बेटे...

वानस्पतिक औषधियाँ

अश्वगन्धा ( विथेनिया सोमिनीफेरा )

डॉ अनुज कुमार सिंह सिकरवार यह सोलोनेसी कुल का एक वर्षीय शाकीय पौधा है, इसका वानस्पतिक नाम‘ क्लीओम विस्कोसा’ है,जो वर्षा ऋतु में यह पुष्पित और फलित होता है। इस...

वानस्पतिक औषधियाँ

पीली कंटेली (आर्जीमोन मैक्सिकाना )

डॉ अनुज कुमार सिंह सिकरवार यह पेपरवरेसी कुल का काँटेदार एक वर्षीय शाक है,। इसका वानस्पतिक नाम‘ आर्जीमोन मैक्सिकाना है, जो शुष्क परिस्थितियों में खरपतवार के रूप...

वानस्पतिक औषधियाँ

मानव स्वास्थ्य के लिए प्रकृति का अनमोल/अनुपम उपहार हैं, जंगली जड़ी-बूटियाँ

डा अनुज कुमार सिंह सिकरवार वैदिक काल से ही अपने देश में वनों में विचरण तथा आश्रम बनाकर निवास करने वाले ऋषियों-मुनियों ने औषधीय महत्त्व के वृक्षों, पौधों...

देश-दुनिया

क्यों विचलित है चीन भारत के आर्थिक निर्णय से ?

गत दिनों केन्द्र सरकार ने अपने देश के पड़ोसी/सीमावर्ती देशों से आने वाले ‘प्रत्यक्ष विदेशी निवेश‘(एफडीआइ) के लिए सरकार की स्वीकृति अनिवार्य करने का, जो आदेश...

कहानी

हिन्दुस्तान छोड़ दो

इस्मत चुग़ताई ’साहब मर गया’ जयंतराम ने बाजार से लाए हुए सौदे के साथ यह खबर लाकर दी। ‘साहब- कौन साहब?’ ‘वह कांटरिया साहब था न?’...

कहानी

भाभी

 इस्मत चुग़ताई भाभी ब्याह कर आई थी तो मुश्किल से पंद्रह बरस की होगी। बढवार भी तो पूरी नहीं हुई थी। भैया की सूरत से ऐसी लरजती थी जैसे कसाई से बकरी। मगर सालभर के...

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