(डॉ. गोपाल चतुर्वेदी)
वृन्दावन।परिक्रमा मार्ग/वंशीवट क्षेत्र स्थित चरणाश्रम (पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा) में पूज्य हनुमानजी वाले बाबा की सद्प्रेरणा से कार्तिक मास एवं देवोत्थान एकादशी के पर्व पर महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. सत्यानंद सरस्वती महाराज अधिकारी गुरुजी के पावन सानिध्य में परिक्रमार्थियों के लिए फलाहार भोजन प्रसाद और चाय बिस्किट आदि का वितरण किया गया।
महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. सत्यानंद सरस्वती महाराज अधिकारी गुरुजी ने कहा कि चौरासी कोस में फैला संपूर्ण ब्रज मंडल भगवान श्रीकृष्ण और श्रीराधा रानी का ही दिव्य स्वरूप है।यहां पर सेवा कार्य करने से साक्षात परब्रह्म परमेश्वर की सेवा करने का फल प्राप्त होता है।इसीलिए चरणाश्रम (पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा) में नित्यप्रति समस्त संत, भक्त, ब्रजवासी, वैष्णव एवं निर्धन निराश्रित आदि को सुबह में चाय और बिस्किट और शाम को भोजन प्रसाद ग्रहण कराया जाता है।साथ ही हमारे द्वारा नित्य रोगियों का परीक्षण करके उन्हें निःशुल्क औषधियों का वितरण भी किया जाता है।जिसका महीने का खर्चा लगभग 1 लाख के करीब होता है।इसके अलावा हमारे द्वारा 15 दिसंबर 2024 से 15 जनवरी 2025 तक लगभग हजारों कंबलों का वितरण किया जाएगा।
वरिष्ट साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. सत्यानंद सरस्वती महाराज अधिकारी गुरुजी सेवा की प्रतिमूर्ति हैं।वे नर सेवा को ही नारायण सेवा मानते हैं।वे निर्धन, निराश्रितों, दीन-दुखियों एवं असहायों की सेवा पूर्ण निष्ठा, निस्वार्थ भाव और समर्पण के साथ कर रहे हैं। पूज्य महाराजश्री समूचे वृन्दावन में डॉक्टर बाबा के नाम से प्रख्यात हैं।
ब्रज जन सेवा समिति के अध्यक्ष डॉ. राधाकांत शर्मा ने कहा कि महामंडलेश्वर स्वामी सत्यानंद सरस्वती महाराज अधिकारी गुरुजी अपनी 10 वर्ष की उम्र से “छोटे गुरुजी” के नाम से सेवा कर रहे हैं।वे मूलतः भुवनेश्वर (उड़ीसा) के हैं और उन्होंने सन् 1999 में ब्रह्मपुर (उड़ीसा) से मेडिकल की मास्टर डिग्री प्राप्त की।वर्तमान में उनके निर्देशन में लगभग 500 वर्ग गज में गौशाला बनी हुई है।जिसमें तमाम गायों की सेवा हो रही है।
इस अवसर पर मुरली अग्रवाल, देवेंद्र सोलंकी, दीना पण्डितजी, संजू अग्रवाल संजय, विनोद सैनी, अंकित गुप्ता, पुनीत गुप्ता, मदन गोपाल महाराज, सुरेश पाण्डेय, राकेश भार्गव (आयकर आयुक्त, दिल्ली), मोहित मलिक, अश्वनी मिश्रा, सिद्धार्थ शर्मा आदि की उपस्थिति विशेष रही।
Add Comment