(डॉ. गोपाल चतुर्वेदी)
वृन्दावन।पिछले दिनों चित्रकूट की तप:पूत पावन भूमि पर दास हनुमान के विशाल सभागार में युगतुलसी, पद्मभूषण ” “पंडित श्री रामकिंकर उपाध्याय जन्मशताब्दी समारोह” में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त, मानस राजहंस, बालव्यास एवं ब्रज की विशिष्ट विभूति “पुराणाचार्य” डॉ. मनोज मोहन शास्त्री को उनके द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर की गईं धार्मिक व आध्यात्मिक सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया।साथ ही उन्हें “श्री रामकिंकर भारत भूषण सम्मान” से अलंकृत किया गया।उन्हें यह सम्मान विश्वविख्यात राम कथा प्रवक्ता श्रद्धेय मुरारी बापू, श्रीराम कथा गायक संत प्रेमभूषण महराज, स्वामी मैथिली शरण महाराज ने प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्र एवं ठाकुरजी का पटुका प्रसादी माला आदि भेंट करके दिया।
इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख डॉ. मोहन भागवत के अलावा कई कई प्रख्यात संत, धर्माचार्य एवं विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
ज्ञात हो कि पुराणाचार्य डॉ. मनोज मोहन शास्त्री महाराज ने अपनी बहुत ही कम आयु में ही श्रीमद्भागवत,श्रीराम कथा व अन्य धर्मग्रंथों के माध्यम से सनातन धर्म व भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार करना प्रारम्भ कर दिया था।उन्होंने न केवल देश के विभिन्न प्रांतों में अपितु विदेशों में भी इनका अत्यधिक प्रचार-प्रसार किया है।साथ ही इनके संरक्षण में सैकड़ों बालक धर्मग्रंथों की शिक्षा निःशुल्क प्राप्त कर रहे हैं।
पुराणाचार्य डॉ. मनोज मोहन शास्त्री को “श्री रामकिंकर भारत भूषण सम्मान” से अलंकृत किये जाने पर ब्रज साहित्य सेवा मंडल, वृन्दावन के अध्यक्ष डॉ. गोपाल चतुर्वेदी एवं ब्रज जन सेवा समिति के अध्यक्ष डॉ. राधाकांत शर्मा ने हर्ष व्यक्त किया है।साथ ही प्रभु से उनके उज्जवल व मंगलमय भविष्य की कामना की है।
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