(डॉ. गोपाल चतुर्वेदी)
वृन्दावन।रमणरेती रोड़ स्थित विश्व सेवा धाम में चल रहे अष्टदिवसीय श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ महोत्सव में विश्वविख्यात भजन गायक व कथा व्यास बनवारी महाराज “संगीताचार्य” ने भक्तों-श्रृद्धालुओं को भगवान के जन्म की कथा श्रवण कराते हुए कहा कि पृथ्वी पर जब-जब अधर्म बढ़ता है और धर्म की हानि होने लगती है,तब-तब अधर्म का नाश करने के लिए और धर्म की रक्षा व पुनःस्थापना के लिए भगवान नारायण पृथ्वी पर अवतरित होते हैं।इसीलिए वे तारणहार कहे जाते हैं।
उन्होंने भगवान के दिव्य स्वरूप का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान ने ब्रज में अवतार लेकर पूरब से लेकर पश्चिम तक धर्म की स्थापना के लिए समस्त राक्षसों का उद्धार कर सभी जीवों को सुख प्रदान किया।
महोत्सव के अंतर्गत नंदोत्सव की अत्यन्त नयनाभिराम व चित्ताकर्षक झांकी सजाई गई।साथ ही खेल-खिलौने, रुपए-कपड़े एवं वस्त्र आदि लुटाए गए।इसके अलावा सायंकाल श्रीहनुमंत आराधन मंडल के द्वारा सुन्दरकाण्ड पाठ का संगीतमय सामूहिक गायन किया गया।
इस अवसर पर आयोजन के मुख्य यजमान श्रीमती नीलिमा रानी एवं सुनील कुमार श्रीवास्तव(ग्वालियर), वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, प्रमुख समाजसेवी पण्डित आर. एन. द्विवेदी (राजू भैया), आचार्य विपिन बापू, आचार्य श्रीराम मुद्गल, राजेश श्रीवास्तव, शैलेन्द्र श्रीवास्तव, डॉ. राधाकांत शर्मा, अरविंद श्रीवास्तव, विजय, जितेंद्र, मनोज, श्रीमती अभिलाषा, सुधीर श्रीवास्तव, रूबी शशांक श्रीवास्तव, शिशिर कक्कड़ (दिल्ली), जगदीश वर्मा (दिल्ली), भागवत विदुषी भक्तिमती विष्णु प्रिया, ऋषि, रजत, ऋषभ, शिवांगी, आशीष, आशीष, संस्कार श्रीवास्तव, आर्यन श्रीवास्तव, अद्वैत एवं अथर्व आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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