(डॉ. गोपाल चतुर्वेदी)
वृन्दावन।गोविन्द घाट स्थित अखिल भारतीय निर्मोही बड़ा अखाड़ा (श्रीहित रासमंडल) में श्रीगुरू पूर्णिमा महोत्सव बड़े ही उत्साह एवं हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ।देश-विदेश के कोने-कोने से आए असंख्य भक्तों-श्रृद्धालुओं ने आश्रम के अध्यक्ष श्रीमहंत लाड़िली शरण महाराज का पूजन – अर्चन कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया।तत्पश्चात संत, ब्रजवासी, वैष्णव सेवा एवं वृहद भंडारा हुआ।
श्रीमहंत लाड़िली शरण महाराज ने कहा कि गुरु पूर्णिमा के दिन ही भगवान नारायण के अवतार महर्षि वेदव्यास का अवतरण हुआ था।इसी दिन उन्होंने ब्रह्मसूत्र की रचना कर अपने प्रमुख शिष्यों को उपदेश दिया।जिसके उपरांत शिष्यों ने उनका पूजन-अर्चन किया था। इसीलिए इसे गुरु पूर्णिमा कहा जाता है।इस दिन प्रत्येक व्यक्ति को अपने सदगुरुदेव का पूजन करना चाहिए।क्योंकि सदगुरुदेव ही हम सबको भवसागर से पार ले जाते हैं।
इस अवसर पर श्रीमहंत दंपति शरण महाराज, ब्रज साहित्य सेवा मंडल के अध्यक्ष डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, रासाचार्य देवेंद्र वशिष्ठ, राधावल्लभ वशिष्ठ, प्रियावल्लभ वशिष्ठ, युवा साहित्यकार डॉ. राधाकांत शर्मा, इन्द्रकुमार शर्मा, लालू शर्मा आदि के अलावा अनेकों भक्त-श्रृद्धालु उपस्थित रहे।
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