वृन्दावन।चामुण्डा कॉलोनी स्थित श्री रसिक धाम में निकुंजवासी प्रख्यात भजन सम्राट बाबा रसिका पागल महाराज का वैराग्य महोत्सव महन्त बाबा मोहिनी शरण महाराज की अध्यक्षता में अत्यंत श्रद्धा व धूमधाम के साथ सम्पन्न हुआ। प्रातः काल हरिदासी सम्प्रदाय के सन्तों के द्वारा संगीत की मृदुल स्वर लहरियों के मध्य समाज गायन किया गया। जिसमें सैकड़ों सन्तों,विद्वानों एवं भक्तों व श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
श्री रसिकधाम के महन्त बाबा मोहिनी शरण महाराज ने कहा कि आज के ही दिन 25 दिसम्बर को हमारे सद्गुरुदेव रसिका पागल बाबा महाराज ने सांसारिक कार्यों को त्याग कर वैराग्य धारण किया था। इसीलिये हम लोग इस तिथि को प्रतिवर्ष अत्यंत आस्था व श्रद्धा के साथ मनाते हैं। बाबा महाराज के देश के विभिन्न प्रांतों में रह रहे भक्तों व शिष्यों के द्वारा भी इस दिवस को अत्यंत श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।
प्रख्यात भजन गायक बाबा चित्र विचित्र महाराज ने कहा कि निकुंजवासी भजन सम्राट बाबा रसिका पागल महाराज राधाकृष्ण की से सम्बंधित भजन गायिकी के सिरमौर थे। उनके न रहने से न केवल श्री हरिदासी सम्प्रदाय अपितु संगीत जगत में जो रिक्तता आयी है,उसकी पूर्ति कर पाना असंभव है।
ब्रज साहित्य सेवा मण्डल के अध्यक्ष एवं महोत्सव के मीडिया प्रभारी डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि यूं तो इस संसार में प्रतिदिन असँख्य व्यक्ति जन्म लेते हैं और असंख्य व्यक्ति इस संसार से विदा होते हैं परन्तु याद केवल और केवल बाबा रसिका पागल महाराज जैसी विभूतियों को ही किया जाता है जिन्होंने कि भगवद्भक्ति से सम्बंधित और लोग कल्याण के अनेकानेक कार्य किये होते हैं।
इस अवसर पर सन्तों,विप्रों, निर्धनों,निराश्रितों आदि का वृहद भंडारा भी हुआ। जिसमें सभी को कम्बल एवं अन्य ऊनी वस्त्र वितरित किये गए। बाबा महाराज के जय करे लगाये गए।
वैराग्य महोत्सव में सन्त बिहारी दास महाराज, बाबा श्रवण दास, प्रेमप्रकाश दास, अमरबिहारी दास, गोपाली बाबा, जगदीश प्रसाद, देवदास, संगीताचार्य स्वामी देवकीनन्दन शर्मा, युवा साहित्यकार राधाकांत शर्मा, सन्त रासबिहारी दास, चरण कमल दास आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।संचालन डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने किया।
जन सम्राट रसिका पागल का वैराग्य महोत्सव धूमधाम से सम्पन्न

Add Comment