देश-दुनिया

फिर बर्बादी की राह पर बांग्लादेश

डाॅ.बचन सिंह सिकरवार
हाल में बांग्लादेश मंे गत वर्ष जुलाई में तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजेद की सरकार के विरुद्ध प्रदर्शनों का प्रमुख चेहरा और भारत के कटु आलोचक शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद राजधानी ढाका, चटगाँव और दूसरे नगरों में इस्लामिक कट्टरपंथियों के भड़कावे पर युवा प्रदर्शनकारियों ने एक फिर जिस तरह हिंसा,आगजनी,पथराव,तोड़फोड़ अराजकता का माहौल बना दिया है,उससे वहाँ की कार्यवाहक प्रधानमंत्री मुहम्मद यूनुस की सरकार रोक पाने में लाचार/नाकाम नजर आ रही है,जो अब तक उनके कहे पर चलते आ रहे हैं। इसके नेता जिस तरह भारत के खिलाफ जहर उगलने के साथ पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजेद की पार्टी अवामी लीग के दफ्तर, उसके नेताओं,समर्थकों, अल्पसंख्यक हिन्दुओं,उनके घरों,दुकानों,एक प्रमुख सांस्कृतिक केन्द्र और निष्पक्ष समाचारपत्रों यथा-सबसे बड़े दैनिक समाचार पत्र‘ ’प्रोथोम आलो’, ‘डेली स्टार’ के कार्यालयों में आगजनी तथा ‘न्यू ऐज’के अखबार के सम्पादक के नुरुल कबीर पर हमला,एक हिन्दू मजदूर को ईश निन्दा के बहाने पीट-पीट कर मारने और उसके शव को पेड़ से बाँध कर जला डाला है,उससे यह समझना मुश्किल नहीं है, इन्हें उकसाने में पाकिस्तान की गुप्तचर संस्था आइ.एस.आइ. और भारत विरोधी दूसरी विदेशी शक्तियों की शह, भारी धन और दूसरी मदद मिल रही है,जो हर हाल बांग्लादेश से भारत के रिश्ते बिगाड़ने पर तुले हुई हैं। इस वजह से अलग-थलग पड़े इस मुल्क को वे अपनी अंगुलियों पर आसानी से नचाया जा सके। इनका यह हिंसक अराजक आन्दोलन से बांग्लादेश आत्मघात की तरफ तो बढ़ ही रहा है,लेकिन इससे भारत के लिए भी कई तरह के गम्भीर संकट बढ़ रहे हैं,क्योंकि भारत चाह कर भी उसके खिलाफ कोई सख्त कदम उठाने बच रहा।ऐसे में बांग्लादेश में आगामी 12फरवरी को होने वाले आम चुनाव में व्यवधान पैदा होने की आशंका बढ़ गई है,जिनका होना इस मुल्क की राजनीतिक स्थिरता बहुत जरूरी है।हालाँकि शेख हसीना वाजेद की अवामी पार्टी पर प्रतिबन्ध के कारण चुनाव में भारत विरोधी इस्लामिक पार्टियों के चुनाव जीत कर सरकार गठित करने पूरे आसार दिखायी दे रहे हैं।
वैसे प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजेद की अपदस्थ होने के बाद इस मुल्क में अस्थिरता, अशान्ति, अव्यवस्था, हिंसा का माहौल बना ही रहा है,पर इस ताजा घटनाक्रम की शुरुआत इसी 12दिसम्बर को चुनाव प्रचार पर निकले ‘नेशनल सिटीजन पार्टी’(एन.सी.पी.)के नेता शरीफ उस्मान हादी के सिर में कुछ नकाबपोशों द्वारा गोली मारने से हुई हैं, जिन्हें पहले स्थानीय फिर बेहतर इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया,किन्तु वहाँ उनकी मौत हो गई।उनकी मौत के खबर फैलते ही उपद्रव और हिंसा शुरू हो गई।हसीना सरकार के खिलाफ आन्दोलन में शामिल रही ‘एन.सी.पी.’के प्रमुख नेता शरजिस आलम ने आरोप लगाया है कि हादी के हमलावर भारत भाग गए हैं। उन्होंने अन्तरिम सरकार से माँग की है कि जब तक भारत हत्यारों को वापस नहीं भेजता,तब तक भारतीय उच्चायोग को बन्द कर दिया जाए। इससे पहले भी ये प्रदर्शनकारी ने ढाका स्थित उच्चायोग का घेराव किया,चटगाँव के सहायक उच्चायुक्त के घर पर पथराव किया, खुलना और राजशाही के वीजा केन्द्र बन्द कर दिये गए हंै। एक दिन के वीजा केन्द्र बन्द करने के बाद ढाका उच्चायोग द्वारा अब वीजा केन्द्र पुनःशुरू कर दिया गया है। बांग्लादेश के इन उपद्रवों विशेष रूप से राजधानी ढाका के उच्चायोग के घेराव के पश्चात् भारत ने दिल्ली के स्थित बांग्लादेश के उच्चायुक्त को बुला कर स्पष्ट शब्दों में कह दिया कि उनके देश में स्थित भारतीय उच्चायोग की हर स्थिति में सुरक्षा की जानी चाहिए, यह आपकी जिम्मेदारी है। इससे पहले 15दिसम्बर को ‘एनसीपी’ के नेता हसनत अब्दुल्ला ने ढाका के सेण्ट्रल शहीद मीनार पर एक सार्वजनिक सभा में बोलते हुए भारत को धमकाते हुए कहा था,‘‘मैं भारत को स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूँ कि यदि आप उन शक्तियों को अपने यहाँ शरण देंगे,जो बांग्लादेश की सम्प्रभुता, मानवाधिकार और मताधिकारों का सम्मान नहीं करतीं,तो उस हालत में बांग्लादेश भारत के सभी सात पूर्वोत्तर राज्यों को अलग करने के लिए अलगाववादियों को पनाह देगा।’’इस हसनत अब्दुल्ला की भी प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजेद हटाने वाले आन्दोलन में प्रमुख भूमिका रही थी।दरअसल,ये लोग भारत से शेख हसीना को अपने यहाँ पनाह देने से बेहद नाखुश हैं और चाहते हैं कि भारत उन्हें बांग्लादेश को सौंप दे।इससे उन्हें दण्डित किया जा सके।
वैसे तो बांग्लादेश में भारत/हिन्दू विरोधी तत्त्वों (जमात-ए-इस्लामी)की कभी कमी नहीं रही,पर शेख हसीना के तख्ता पलट के बाद ये लोग खुले आम भारत की मुखालफत करने लगे हैं। शेख हसीना वाजेद ने प्रधानमंत्री रहते हुए इन इस्लामी कट्टरपंथियों को नियंत्रित किया हुआ था।वह भी खामोश और गुमनामी में बने हुए थे। उस समय कट्टरपंथी अपने संगठन का नाम बदलकर मुख्यधारा में जोड़ने का दिखावा करते रहे। फिर मौका मिलते ही पाकिस्तान,चीन और अन्तरराष्ट्रीय शक्तियों के गठजोड़/षड्यंत्र कर इन्होंने शेख हसीना वाजेद को सत्ता से बेदखल कर दिया,जिन्हें भारत समर्थक समझा जाता है।उसके बाद से भारत विरोधी शक्तियों ने पाकिस्तान और चीन से रिश्ते प्रगाढ़ करने के साथ अपने यहाँ के हिन्दुओं पर जुल्म ढहाये। इसके साथ ही चिकेन नेक का डर दिखाकर पूर्वोत्तर राज्यों अलग करने की धमकी देना शुरू कर दिया। यह काम सबसे पहले मुहम्मद यूनुस ने अपनी चीन यात्रा के समय किया,क्यों कि ये भी ऐसा कह कर चीन का खुश करना चाह रहे थे। वैसे इनकी हरकतों से भारत बेहद सर्तक और सावधान है।उसने चिकननेक सुरक्षा हेतु सुरक्षा के समुचित व्यवस्था की हुई है। जहाँ तक बांग्लादेश को सबक सिखाने का सवाल है तो भारत के लिए यह सब कर पाना बहुत मुश्किल नहीं है,लेकिन भारत उसके खिलाफ तब तक कोई कठोर कार्रवाई नहीं करेगा,जब तक उसके पास उसे रास्ते पर लाने कोई विकल्प ही न रहे।
अब इतने सारे भारत और हिन्दू विरोधी घटनाओं और जहरीली बयानबाजी के रहते हुए भारत सरकार ने बांग्लादेश को लेकर अत्यन्त संयमित प्रतिक्रिया दी है। वह नहीं चाहती कि पड़ोसी देश और उसके लोगों के साथ अनावश्यक रूप से सम्बन्ध खराब हों,जैसा कि उसके दुश्मन मुल्क चाहते हैं। इसलिए भारत सरकार ने भारत विरोध के लिए कुख्यात बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को अपना उपचार कराने को भी आमंत्रित किया था। बांग्लादेश के इस्लामिक कट्टरपंथी पाकिस्तान की गुप्तचर एजेन्सी और चीन जासूसों के इशारों पर चल रहे हैं। दरअसल, ये इस्लामिक कट्टरपंथी अपने मुल्क के लिए क्या सही और गलत है,समझ नहीं रहे हैं या समझना ही नहीं चाहत हैं।इनसे उलट भारत अपने पड़ोसी मुल्क को बर्बादी रास्ते पर जाने से रोकने की हर सम्भव कोशिश कर रहा है। इस्लामी कट्टरपंथियों की मंशा के खिलाफ भारत सरकार बांग्लादेश के नागरिकों से अपने रिश्तें प्रगाढ़ करने के लिए विपरीत स्थितियों में भी वीजा देना चाहती है,ताकि वे भारत आकर अपने रिश्तेदारों से भेंट, शिक्षा,उपचार,व्यापार,भ्रमण,धार्मिक यात्राएँ कर सकें,जबकि उनका इरादा अपने हममजहबियों के दिलों भारत और हिन्दुओं के प्रति नफरत और जहर उगलना है। अब देखना है कि भारत सरकार अपने पड़ोसी मुल्क को कैसे और कब तक सही राह पर ला पाती हैं,जिसमें दोनों मुल्कों के हित जुड़े हैं।
सम्पर्क-डाॅक्टर बचन सिंह सिकरवार वरिष्ठ पत्रकार, 63ब,गाँधी नगर,आगरा-2820003 मोबाइल नम्बर-9411684054

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