ब्रज में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी से भी अत्यधिक धूम होती है श्रीराधाष्टमी की
(डॉ. गोपाल चतुर्वेदी)
वृन्दावन। छीपी गली/पुराना बजाजा स्थित प्रिया वल्लभ कुंज में श्रीहित उत्सव चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में अष्ट दिवसीय श्रीराधा जन्म महा-महोत्सव एवं अष्टयाम सेवा सुख के समापन के अवसर पर आयोजित सन्त-विद्वत सम्मेलन आयोजित किया गया।जिसमें अपने विचार व्यक्त करते हुए पुरुषोत्तम शरण शास्त्री शास्त्रार्थ महारथी एवं भागवताचार्य पंडित रामगोपाल शास्त्री ने कहा कि ब्रज को ठाकुरनी श्रीराधा रानी स्वयं भगवान श्रीकृष्ण की आल्हादिनी शक्ति स्वरूपा हैं।इसीलिए ब्रज में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी से भी अत्यधिक धूम श्रीराधाष्टमी की होती है।
ठाकुरश्री प्रियावल्लभ मन्दिर के सेवायत आचार्य विष्णु मोहन नागार्च एवं आचार्य रसिक वल्लभ नागार्च ने कहा कि हमारे श्रीराधावल्लभ संप्रदाय में श्रीराधा और कृष्ण में कोई भी भेद नहीं माना गया है।यह दोनों एक प्राण द्वय देह हैं।
इससे पूर्व श्रीराधावल्लभ संप्रदाय के प्रख्यात संत निकुंज लीला प्रविष्ट बाबा गोपाल दास “लघु सखी” द्वारा रचित भजनों की एल्बम “राधे नाम” के यूट्यूब प्रसारण पोस्टर का संतों, विद्वानों व धर्माचार्यों की सन्निधि में विमोचन किया गया।
एल्बम के प्रमोटर डॉ. गोपाल चतुर्वेदी (वृन्दावन) ने बताया कि सांवरिया म्यूजिक के द्वारा प्रस्तुत व आर.के. खुराना फिल्म्स द्वारा निर्मित “राधे नाम” एल्बम में बाबा गोपाल दास महाराज (लघु सखी) द्वारा लिखे गए भजनों को प्रस्तुत किया गया है।जिसमें सचिन सरल द्वारा म्यूजिक दिया गया है और इन भजनों को प्रख्यात भजन गायक चेतन शर्मा (भटिंडा) द्वारा आवाज दी गई है।साथ ही उन्होंने ही इन भजनों में कंपोजिंग की है।यह एल्बम बाबा गोपाल दास चेरिटेबल सोसायटी, भटिंडा (पंजाब) द्वारा निकाली गई है।
ज्ञात हो कि बाबा गोपाल दास “लघु सखी” महाराज परम् रसिक व सिद्ध सन्त थे। उन्होंने असंख्य व्यक्तियों को प्रभु भक्ति व श्रीवृन्दावन रसोपासना के मार्ग से जोड़कर उनके कल्याण का मार्गे प्रशस्त किया।
महोत्सव के अंतर्गत श्रीहित उत्सव चैरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा श्रीराधावल्लभ संप्रदायाचार्य आचार्य श्रीहित विशाल लाल गोस्वामी महाराज को “श्रीहित परमानंद सम्मान” एवं डॉ. गंगा प्रिया (ऋषिकेश) को “श्रीहित निधि सम्मान” से अलंकृत किया गया।साथ ही सनातन धर्म के लिए समर्पित प्रमुख समाजसेवी नीरज शर्मा (वारासिवनी-बालाघाट, मध्यप्रदेश) को भी सम्मानित किया गया।उन्हें यह सम्मान आचार्य विष्णु मोहन नागार्च, डॉ. गोपाल चतुर्वेदी व पार्षद रसिक वल्लभ नागार्च आदि ने संयुक्त रूप से प्रशस्ति पत्र, ठाकुर प्रियावल्लभ लालजी का चित्रपट, पटुका प्रसादी माला, शॉल, श्रीफल आदि भेंट कर सम्मानित किया गया।संचालन डॉ. राजेश शर्मा ने किया।
इस अवसर पर परम् हितधर्मी व शिक्षाविद् डॉ. चंद्रप्रकाश शर्मा, आचार्य ललित वल्लभ नागार्च, महंत मधुमंगल शरण शुक्ल,श्रीमती कमला नागार्च, भरत शर्मा, रासबिहारी मिश्र, तरुण मिश्रा, पार्षद वैभव अग्रवाल, राजीव बंसल, जुगल किशोर शर्मा, डॉ. राधाकांत शर्मा, हित शरण, हितवल्लभ नागार्च, रामशंकर दुबे, हेमन्त, कीर्ति, हितानंद, रसानंद, प्रेमानंद, दिव्यानंद आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।महोत्सव का समापन संत, ब्रजवासी, वैष्णव सेवा एवं वृहद भंडारे के साथ हुआ।
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