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धूमधाम से मनाया गया ब्रज के प्रख्यात सन्त बाबा गोपाल दास “लघुसखी” महाराज का 80वां वार्षिक प्राकट्य महोत्सव

(डॉ. गोपाल चतुर्वेदी)

वृन्दावन।रमणरेती रोड़ स्थित होटल मुरलीवाला में श्रीकृष्ण सखा संकीर्तन मंडल, पानीपत (हरियाणा) के द्वारा ब्रज के प्रख्यात रससिद्ध सन्त अनन्तश्री विभूषित बाबा गोपाल दास “लघुसखी” महाराज का 80वां वार्षिक प्राकट्य महोत्सव अत्यन्त श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ मनाया गया। जिसके अंतर्गत प्रातः काल समस्त भक्त मण्डल के द्वारा पूज्य महाराजश्री के चित्रपट का वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य पूजन अर्चन किया गया।साथ ही सन्त, ब्रजवासी वैष्णव सेवा एवं वृहद भंडारा आदि के आयोजन हुए।
इस अवसर पर आयोजित सन्तविद्वत सम्मेलन में अपने विचार व्यक्त करते हुए पूज्य महाराजश्री के परम् कृपापात्र महन्त सुन्दरी शरण महाराज (सोनू भैया) ने कहा कि हमारे सद्गुरदेव बाबा गोपाल दास महाराज (लघु सखी) राधा वल्लभ संप्रदाय की बहुमूल्य निधि थे।वे श्रीजी के परम् उपासक व अत्यंत फक्कड़ संत थे।उनके पास जो भी धन उनके भक्तों व शिष्यों के द्वारा आता था,उसे वे निर्धनों व निराश्रितों में खर्च कर दिया करते थे।उन्होंने आजीवन रास्मंडल पर रहकर ही कठोर भगवत साधना की।
प्रख्यात सन्त डॉ. शिवहरि दास महाराज (हेलीकॉप्टर बाबा) एवं प्रमुख समाजसेवी राजू सैनी (होटल मुरली वाला) ने कहा कि संत प्रवर बाबा गोपाल दास महाराज (लघु सखी) राधा वल्लभ संप्रदाय के गौरव थे।उन्होंने आजीवन सेवाकुंज की नित्य प्रति सोहनी सेवा की।उन जैसे संतों का अब युग ही समाप्त होता चला जा रहा है।
प्रख्यात साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी एवं भागवत निवास के सन्त जुगल दास महाराज ने कहा कि संत शिरोमणि बाबा गोपाल दास महाराज (लघु सखी) श्रीधाम वृन्दावन के प्राचीन स्वरूप के परिचायक थे।वे नित्य प्रति यमुना पार स्थित अपनी एक छोटी सी कुटिया में जाकर एकान्त में भगवद् भजन किया करते थे।साथ ही उन्हें पद्य रचना में महारथ हासिल था।उनकी कई पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं और कई प्रकाशनाधीन हैं।
सायं काल दिव्य सरस भजन संध्या का आयोजन सम्पन्न हुआ। जिसमें प्रख्यात भजन गायक बाबा बिहारी दास महाराज, आचार्य रविनंदन शास्त्री, भैया वरुण तोमर, साहिल-दीपक सांवरिया आदि ने ठाकुर श्रीराधा कृष्ण की महिमा से ओत-प्रोत भजनों का संगीत की मृदुल स्वर लहरियों के मध्य गायन कर सभी को भाव-विभोर कर दिया।
इस अवसर पर श्रीराधावल्लभ संप्रदायाचार्य निमेश गोस्वामी, श्रीमहंत ओमेन्द्र चौहान (मनोना धाम), विनोद मल्होत्रा, कमल कपूर, सन्त रासबिहारी दास, डॉ. राधाकांत शर्मा, श्याम लाल खुराना, हेमन्त रमण, यशवंत बटला, नितिन आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

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Rekha Singh

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