(डॉ. गोपाल चतुर्वेदी)
मांट (मथुरा)।यमुना पार स्थित देवरहा बाबा समाधि स्थल पर ब्रह्मलीन भरत दास महाराज का स्मृति महोत्सव ब्रह्मर्षि देवदास महाराज “बड़े सरकार” के पावन सानिध्य में अत्यन्त श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ संपन्न हुआ। सर्वप्रथम ब्रह्मलीन भरत दास महाराज के चित्रपट का वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य पुष्पार्चन किया गया।साथ ही उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।इस अवसर पर आयोजित संत-विद्वत सम्मेलन में देवरहा बाबा समाधि स्थल आश्रम के अध्यक्ष ब्रह्मर्षि देवदास महाराज बड़े सरकार ने कहा कि ब्रह्मलीन भरत दास महाराज परम् गौसेवी एवं सद्गृहस्थ संत थे।उन्होंने आजीवन पूर्णनिष्ठा के साथ गायों की सेवा की थी।
श्रीमहन्त रामकेवल दास महाराज एवं श्रीमद्जगद्गुरु विष्णुस्वामी विजयराम देवाचार्य भैयाजी महाराज (बल्लभगढ़ वाले) ने कहा कि ब्रह्मलीन भरत दास महाराज ब्रह्मलीन देवरहा बाबा महाराज के परम् कृपापात्र शिष्य थे।वे आश्रम परिसर में स्थापित गौशाला में ही निवास करते थे।
महंत शिवदत्त प्रपन्नाचार्य महाराज एवं प्रख्यात साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि ब्रह्मलीन भरत दास महाराज मूलतः वाराणसी के निवासी थे। परन्तु उनके जीवन का अधिकांश समय मुंबई में व्यतीत हुआ।वे रेलवे के पूर्व उच्चाधिकारी रहे थे।सेवा निवृत्ति के बाद उन्होंने 40 से भी अधिक गौशालाओं की स्थापना की।ऐसे परम् गौ-भक्त सद्गृहस्थ संत को हम बारम्बार प्रणाम करते हैं।
महोत्सव में श्रीमहन्त अभयप्रपन्न रामानुज दास महाराज, महंत प्रह्लाद दास महाराज,महन्त जगन्नाथ दास शास्त्री, महंत भागवताचार्य महाराज, महंत संतोष पुजारी, महन्त श्यामदास महाराज, युवा साहित्यकार डॉ. राधाकांत शर्मा, राष्ट्रीय शीतल संघ के महंत रामदास महाराज, महाराजश्री के परम् कृपापात्र शिष्य नीरज शर्मा, रमेश यादव (दिल्ली), प्रदीप राणा, अमरजीत सिंह, उमेश चन्द, भरत हरवानी (मुम्बई), श्रीमती निशा डागुर आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।संचालन महंत शिवदत्त प्रपन्नाचार्य महाराज ने किया।
महोत्सव के अंतर्गत महामंडलेश्वरों, श्रीमहंतों, महंतों और विद्वानों आदि का सम्मान किया गया।साथ ही संत, ब्रजवासी, वैष्णव सेवा एवं वृहद भंडारा भी हुआ।जिसमें असंख्य व्यक्तियों ने भोजन प्रसाद ग्रहण किया।
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