(डॉ. गोपाल चतुर्वेदी)
वृन्दावन।परिक्रमा मार्ग/वंशीवट क्षेत्र स्थित पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा चरणाश्रम में श्रीगुरु पूर्णिमा महोत्सव अत्यंत श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ संपन्न हुआ।जिसके अंतर्गत देश के विभिन्न प्रांतों से आए सैकड़ों भक्तों-श्रद्धालुओं ने महामंडलेश्वर डॉ. सत्यानंद सरस्वती महाराज (अधिकारी गुरुजी) का वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य पूजन-अर्चन किया।साथ ही उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
चरणाश्रम के अध्यक्ष महामंडलेश्वर डॉ. सत्यानंद सरस्वती महाराज (अधिकारी गुरुजी) ने समस्त भक्तों-श्रद्धालुओं को अपने आशीर्वचन देते हुए कहा कि मनुष्य को प्रभु की प्राप्ति के लिए सदगुरुदेव भगवान का आश्रय लेना चाहिए।सदगुरुदेव का आश्रय पाए बिना प्रभु की भक्ति और कृपा पाना संभव नहीं है।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार नदी को पार करने के लिए नाव का सहारा होता है,उसी प्रकार भवसागर से पार जाने के लिए केवल सदगुरुदेव भगवान का ही सहारा होता है।सदगुरु ही हमारे जीवन के अज्ञान रूपी अंधकार को दूर कर हमारे हृदय में ज्ञान का प्रकाश प्रज्ज्वलित करते हैं।इसीलिए वेद और पुराणों में भी सदगुरु की महिमा का विस्तार से बखान किया गया है।
महोत्सव में पधारे प्रख्यात साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. सत्यानंद सरस्वती महाराज अधिकारी गुरुजी सेवा की प्रतिमूर्ति हैं।वे नर सेवा को ही नारायण सेवा मानते हैं।वे निर्धन, निराश्रितों, दीन-दुखियों एवं असहायों की सेवा पूर्ण निष्ठा, निस्वार्थ भाव और समर्पण के साथ कर रहे हैं। पूज्य महाराजश्री समूचे वृन्दावन में डॉक्टर बाबा के नाम से प्रख्यात हैं।
इससे पूर्व श्रीयमुना महारानी का पंचामृत से अभिषेक किया गया।साथ ही भजनानंदी संतों व माताओं को प्रसाद वितरण किया गया।
इस अवसर पर सुरेंद्र सिंह यादव (रेवाड़ी) राकेश भार्गव, सोनू यादव, मेजर महुश महंती, डी.आई.जी. रामकृष्ण पटनायक, डॉ. स्वागतिका देहरा, मुरली अग्रवाल, दीना पण्डित, संजू अग्रवाल, सुरेश पाण्डेय (दाऊजी), रविकांत गौतम, डॉ. राधाकांत शर्मा, भगवान दास चौधरी आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।महोत्सव का समापन साधु, ब्रजवासी, वैष्णव सेवा एवं वृहद भंडारे के साथ हुआ।
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