कैसे लडं़े देश के इस आधे दुश्मन से?
्र्र्र डॉ.बचनसिंह सिकरवार
हाल में अपने देश की तीनों सेनाएँ तथा दूसरे सुरक्षा बल जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तानी और उसके समर्थक इस्लामिक दहशतगर्दों द्वारा धर्म पूछ कर 26पर्यटकों की निर्मम हत्याओं के प्रतिकार में जब एक ओर पाकिस्तान के साथ ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ के तहत जारी युद्ध से जूझ रहे थे, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तानी सेना द्वारा जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती नगरों तथा गाँवों पर हो रही गोलीबारी तथा तोपों से दागे गोलों से सैनिकों और नागरिकों की जानें जाने के साथ घायल हो रहे थे। इससे बड़े पैमाने पर उनके घर और दुकानें भी बर्बाद हो रही थीं। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर के सरहदी क्षेत्रो में शासन-प्रशासन और देशभर के लोग अपने-अपने स्तर से सुरक्षा प्रबन्धन में जुटे हुए थे, उस भीषण और विषम परिस्थिति में पूरा देश पाकिस्तान को सबक सिखाने को एकजुट होकर सेना और केन्द्र सरकार के साथ खड़ा हुआ था, उसी समय देश के कुछ लोग हमेशा की तरह न सिर्फ मुल्क के दुश्मन पाकिस्तान की फतेह के लिए दुआ माँग रहे थे, बल्कि पाकिस्तान मुर्दाबाद, हिन्दुस्तान जिन्दाबाद के नारे लगाने वाले देशप्रेमियों पर हमले करने के साथ, विरोध के लिए सड़क पर पाकिस्तानी झण्डे के चिपकाने से भी बहुत आहत तथा नाराज थे। यहाँ तक कि पाकिस्तानी झण्डो को महफूज/सुरक्षित रखने को उन्हें सड़क से उखाड रहे थे। इतना ही नहीं, उन्हें चिपकाने वालों को धमकाते हुए अपशब्द भी बोल रहे थे।ये वही लोग हैं,जिन्हें किसी भी सूरत में हममजहबी मुल्क पाकिस्तान की शिकस्त मंजूर नहीं है,तभी तो उन्हें क्रिकेट मैच के दौरान न केवल उसकी जीत/कामयाबी के लिए अल्लाह से दुआ माँगते हैं,वरन् भारत के जीतने पर मातम भी मनाते आए हैं। ये लोग रहते-खाते-पीते हिन्दुस्तान में,पर उनके दिलो-दिमाग में हमेशा पाकिस्तान ही बसता है। दरअसल, ये लोग भारत में ‘गजवा -ए-हिन्द’ का ख्वाब देखते आए है और खुद को इस्लामिक हमलावरों की औलाद। ये ही लोग इस्लामिक दहशतगर्दों को इन्सानियत का दुश्मन न मान कर उन्हें ‘मुजाहिद‘/धर्मरक्षक मानते हैं। ऐसी ही मानसिकता वाले लोगों को दृष्टिगत रखते हुए अपने देश के पूर्व थल सेनाध्यक्ष और प्रथम सीडीएस स्वर्गीय विपिन रावत अक्सर देश के ढाई दुश्मन बताया करते थे,जो पाकिस्तान और चीन के बाद आधे शुमार जाते हैं।वैसे हिन्दुस्तान के आधे दुश्मनों में सिर्फ पाकिस्तान के हमदर्द ही नहीं, दुश्मन चीन के प्रेमियों के साथ-साथ अपने-अपने निजी फायदों/खुदगर्जी के लिए मुल्क और उसके बासिन्दों को नुकसान पहँचाने वाले भी हैं,जो खुद के फायदे के लिए देश का अहित करने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। इनमें हर तरह के भ्रष्टाचारियों और सियासत करने वालों की तादाद सबसे ज्यादा है। इन सबके रहते देश की सुरक्षा,एकता और अखण्डता को हमेशा खतरा बना रहता है और देश का जैसा विकास/तरक्की होना था,वह नहीं हो पाया तथा अब भी तरह-तरह की बाधाएँ आ रही हैं।हकीकत में इन भ्रष्टाचारियों ने देश के लोगों की स्वतंत्रता पर अवैध कब्जा किया हुआ है,इससे उन्हें हर स्तर पर अन्याय, शोषण, अपमान,उत्पीड़न सहना पड़ रहा है।
इनमें से एक समुदाय विशेश के कुछ लोगों को किसी भी मामले में खासकर पाकिस्तान के मुकाबले भारत की कामयाबी नहीं सुहाती। यही वजह है कि जब पहलगाम में लोमहर्षक घटना के विरोध में जब देश के विभिन्न हिस्सों में पाकिस्तान विरोधी नारों के साथ उसके झण्डे को सड़क पर चिपकाया जाया जा रहा था,तब मुम्बई के दो इलाकों में विरोध करने वालों पर पाकिस्तान के हमदर्दो ने उन पर हमला किया। इसी तरह कर्नाटक के एक शहर में दो मुस्लिम महिलाएँ सड़क पर चिपकाये पाकिस्तानी झण्डे को उखाड़ कर अपने बैग में सम्हाल कर रखते हुए चिपकाने वालों को धमका रही थीं। फिर जब 7मई को भारत ने पाकिस्तान और गुलाम कश्मीर में स्थित दहशतगर्दों के नौ अड्डों पर हमले कर उन्हें तहस-नहस कर दिया, तब हिन्दुस्तान में रह रहे पाकिस्तानप्रेमी/जिहादियों को भारी धक्का लगा। यें लोग हिन्दुस्तान की इस कार्रवाई से बेहद बौखला गए। वे देश की सेना से तो लड़ सकते नहीं? ऐसे में अपनी भड़ास/आक्रोश/गुस्से/नफरत का इजहार इण्टरनेट मीडिया के विभिन्न मंचों/प्लेटफॉर्म,यूट्यूब चैनलों पर देश विरोधी नारे, भारतीय सेना, प्रधानमंत्री, केन्द्रीयगृहमंत्री,उŸार प्रदेश के मुख्यमंत्री के लिए अपशब्द लिख कर निकालते रहे, तो कुछ यूट्यूब चैनलों पर नफरती और पाकिस्तान को फायदा पहुँचाने वाली झूठी खबरें प्रसारित कर रहे थे, क्योंकि इन्हें लगता है कि वर्तमान केन्द्र सरकार के रहते उनका हिन्दुस्तान को दारूल इस्लाम/गजवा-ए-हिन्द का ख्वाब पूरा होना सम्भव नहीं है। वैसे तो अपने देश के हर कोने में पाकिस्तानप्रेमी/देश के दुश्मनों की कमी नहीं है,इन सभी का उल्लेख कर पाना सम्भव नहीं है,फिर सभी नफरती की खबरें जनसंचार माध्यमों/अखबारों में छप/प्रकाशित/प्रसारती नहीं हो पाती हैं।इसके बावजूद नमूने बतौर कुछ का जिक्र भी मौजूं है। जैसे उŸार प्रदेश के मेरठ शहर मे 12मई को इण्टरनेट मीडिया पर अरमान मलिक नाम के अकाउण्ट से एक मिनट 41सेकेण्ड के एक वीडियो में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केन्द्रीय गृहमंत्री अमितशाह के लिए आपिŸा भाशा का प्रयोग किया। इसके आपिŸाजनक वीडिया प्रसारित होने की रिपोर्ट दर्ज होने पर आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। फिर 10मई को उ.प्र.के सम्भल नगर में मुनीर अहमद माजरी नामक आइडी से की गई पोस्ट के नीचे ‘पाकिस्तान जिन्दाबाद’ लिखा था। सरताज मलिक ने पोस्ट को चार दिन पहले शेयर कर देश की अखण्डता और सम्प्रभुता पर हमला किया। एएसपी अनुकृति शर्मा ने बताया कि सरताज मलिक को गिरफ्तार कर लिया और उसके विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 152 और राश्ट्रीय ध्वज अपराध निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।इसी तारीख को उ.प्र.के बदायूँ अली अहमद ने फेसबुक पर देश विरोधी और पाकिस्तान के समर्थन में पोस्ट लिखी। इसके खिलाफ माहौल बिगाड़ने, आपिŸाजनक टिप्पणी करने की धारा में प्राथमिकी लिखी गई। दोपहर को उसे गिरफ्तार कर लिया गया । उसके विरुद्ध शान्ति भंग की कार्रवाई भी की गई है। इस घटना से पहले 9मई को सम्भल में फेसबुक पाकिस्तान के समर्थन पोस्ट शेयर करने के आरोपित मोहम्मद रियाज को गिरफ्तार कर लिया गया ह। गुरुवार को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की गई थी। रियाज ने पैलेस्टाइन बाय नामक फेसबुक आइडी से पोस्ट शेयर करते हुए लिखा थाकि चाहे जो जाए, सपोर्ट तो बस पाकिस्तान को ही करेंगे। पोस्ट में पाकिस्तान का झण्डा भी लगा था।इससे पहले 7 मई को शाहजहाँपुर में मण्डी समिति में आढ़त करने वाला मोईन पाकिस्तान मुर्दाबाद नारा सुनकर बौखला गया। उसने नौ वर्शीय सुरजीत को पीटा। फिर चाकू से प्रहार कर दिया। बालक ने घर पहुँच कर जानकारी दी तो लोग आक्रोशित हो गए। उन्होंने मोईन को पीटने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया। इन्सपेक्टर हरिपाल सिंह ने बताया कि मोईन के दोस्त वसीम ने भी से अभ्रता की थी। दोनों आरोपितों के विरुद्ध माहौल बिगाड़ने, मारपीट कर घायल करने की धारा मे प्राथमिकी लिखी गई है।इसी तरह की गुस्ताखी सम्भल के जहीर और आजमगढ़ के रेहान ने भी की है। ऐसे मामलों में 14मई तक उŸार प्रदेश पुलिस ने 40 अकाउण्ट ब्लाक करके 25लोगों को गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेजा है, पर मुल्क में रह रहे इन आधे दुश्मनों के लिए सिर्फ इतनी सजा काफी नहीं है, इनका समूल नाश तो सम्भव नहीं है,पर कम से कम इनसे अच्छी तरह से निपटने के लिए अब अत्यन्त कठोर दण्ड की दरकार है।इस तरह के मामलों पर पूरी गहनता से इण्टरनेट मीडिया पर सतत् नजर रखनी होगी। फिर ऐसे शरारती/देशविरोधी भावना/मजहबी कट्टरता से ग्रस्त युवाओं को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी होगी,जो ऐसे तŸवों के लिए उदाहरण बने।ऐसे लोगों का अपराधिक इतिहास पता करते समय इनके किसी प्रतिबन्धित मजहबी कट्टरपन्थी पीएफआई,सिमी/खालिस्तानी/वामपन्थी संगठन से जुड़े होने की जानकारी करनी चाहिए। इसके अलावा देशवासियों का भी यह दायित्व है कि राश्ट्र या सामाजिक वैमन्यस्ता/द्वेश फैलाने वाली ऐसी किसी भी पोस्ट की वास्तविकता को जानने और फिर अपने राश्ट्र/समाजहित की कसौटी पर कसने के बाद उसे आगे न बढ़ायें। यदि वे ऐसा नहीं करते, तो उस दशा में वे भी सन्देह के घेरे मे आ जाएँगे। वैसे भी इस तरह की पोस्ट सामान्यतः मिथ्या तथ्यों पर आधारित/ फर्जी होती हैं और उन्हें सम्पादित/ एडिट करके तैयार किया जाता है,जिससे लोगों को उकसाया/भड़काया जा सके या फिर उन्हें गुमराह किया जा सके। वैसे ऐसी पोस्ट देश विरोधी शक्तियाँ का साइबर आक्रमण का ही एक भाग है।अब देशभर में दुश्मन मुल्क पाकिस्तान की तारीफ करने वालों की बढ़ती तादाद और उनके इस गम्भीर जुर्म/गुनाह/अपराध को देखते 16मई को बरेली के दरगाह हजरत प्रमुख सुब्हानी मियां ने अपने सख्त पैगाम/सन्देश में मुसलमानों से अपील करते हुए कहा,‘‘पाकिस्तान हमारा दुश्मन मुल्क है,उसकी तारीफ करना अपराध के दायरे मे आता है। उसका पक्ष लेना,उसकी बातों या सन्देशों का आदान-प्रदान करना भी जुर्म है। दुश्मन देश की हिमायत करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होती है। ऐसे में लोग अपने परिवार के लिए भी मुसीबत खड़ी करते हैं। इस मौके पर मुफ्ती मोहम्मद सलीम बरेलवी ने कहा कि देशप्रेम व वफादारी हमारी मजहबी, संवैधानिक जिम्मेदारी है। पाकिस्तानी मौलवी इण्टरनेट मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।पाकिस्तानी मौलवी देश,संविधान और हमारे धर्म-मसलक के खिलाफ हैं। अब देखना यह है कि ये गुमराह युवा इनके कहे पर कितनी तवज्जो देते हैं?
शासन-प्रशासन और पुलिस को राश्ट्र विरोधी मानसिकता वाले ऐसे लोगों के देशविरोधी कृत्यों की अनदेखी/हल्का में नहीं लेना चाहिए। अपने देश के दुश्मन मुल्क की हिमायत/पैरोकारी देशद्रोह है। यह बेहद गम्भीर अपराध है। अतः लोगों को अपने नागरिक दायित्व का पालन करते हुए ऐसा करने वालों की सूचना पुलिस को तत्काल देकर उन्हे पकड़वाने से लेकर उचित दण्ड दिलाये जाने तक लगातार कोशिश करनी चाहिए, क्योंकि इण्टरनेट मीडिया पर राष्ट्रविरोधी टिप्पणियाँ समाज में भय, अशान्ति का वातावरण,मजहबी नफरत, विघटन उत्पन्न कर देश की स्वतंत्रता, एकता,अखण्डता के लिए खतरा पैदा करती हैं। इनसे समाज और सभी प्रकार के सैन्य बलों, शासन-प्रशासन पर मनोवैज्ञानिक रूप से अत्यन्त नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और सामाजिक सद्भाव बिगड़ता है। ऐसे में अब यह जरूरी हो गया है कि केन्द्र सरकार मुल्क में रह रहे मुल्क के इन आधे दुश्मनों की खबर लेने के लिए अलग से कोई सख्त कानून और उनसे निपटने का तंत्र भी तैयार करे। ऐसा करके ही देश के बाकी दो दुश्मनों से निपटना आसान होगा।
सम्पर्क-डॉ.बचन सिंह सिकरवार वरिष्ठ पत्रकार,स्तम्भकार, 63ब,गाँधी नगर,आगरा-282003 मोबाइल नम्बर‘9411684054
कैसे लड़े देश के इस आधे दुश्मन से

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