(डॉ. गोपाल चतुर्वेदी)
वृन्दावन।आनन्द वाटिका क्षेत्र स्थित सनातन संस्कार धाम में राम नवमी के उपलक्ष्य में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम जी का जन्मोत्सव अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता, भागवत भूषण आचार्य रामविलास चतुर्वेदी के पावन सानिध्य में अत्यन्त श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ मनाया गया।सर्वप्रथम संतों, वैष्णवों एवं भक्तों के द्वारा भगवान श्रीराम का पंचामृत से अभिषेक कर वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य पूजन-अर्चन किया गया।साथ ही उनकी महाआरती की गई।
आचार्य रामविलास चतुर्वेदी ने कहा कि भगवान श्रीराम का इस धरा धाम पर अवतरण समस्त समाज को धर्म की शिक्षा के साथ कर्म की शिक्षा प्रदान करने के लिए हुआ। भगवान श्रीराम ने अवतार लेकर अपने जीवन काल में पुत्रधर्म, पति धर्म, राज्य धर्म के अलावा शत्रु धर्म को भी शास्त्रानुसार निर्वाह करके समाज को दिव्य शिक्षा प्रदान की।
महामण्डलेश्वर डॉ. आदित्यानंद गिरि महाराज एवं प्रख्यात साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि भगवान श्रीराम समस्त जनमानस के कल्याण के लिए पृथ्वी पर अवतरित हुए थे।उन्होंने भाई प्रेम, माता-पिता के प्रति कर्तव्य परायणता, परिवार के प्रति समता-एकता एवं सामंजस्य और समस्त प्रजा के प्रति स्नेह प्रदान करके समस्त मानव समाज मानवता की शिक्षा प्रदान की।इसीलिए वो मर्यादा पुरुषोत्तम कहे जाते हैं।
इस अवसर पर डॉ. सत्यमित्रानन्द महाराज, पण्डित गुलशेन्द्र चतुर्वेदी, डॉ. राधाकांत शर्मा, संदीप शास्त्री, ब्रजेश चतुर्वेदी, राकेश कुमार श्रीवास्तव, उमेश कुमार श्रीवास्तव, प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, जगदीश प्रसाद श्रीवास्तव, अरविंद कुमार श्रीवास्तव, सुनीता श्रीवास्तव, शिखा श्रीवास्तव, अरुणा श्रीवास्तव एवं सुधा श्रीवास्तव आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
इससे पूर्व भगवान श्रीराम के जन्म से संबंधित बधाईयों व भजनों का संगीत की मृदुल स्वर लहरियों के मध्य गायन किया गया।साथ ही खेल-खिलौने, मेवा-मिष्ठान, रुपए-कपड़े आदि लुटाए गए।महोत्सव का समापन संत, ब्रजवासी, वैष्णव सेवा एवं वृहद भंडारे के साथ हुआ।जिसमें सैकड़ों व्यक्तियों ने भोजन प्रसाद ग्रहण किया।
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