कार्यक्रम

होम्योपैथिक में विश्व पटल पर आगरा का बढ़ा नाम,नेमिनाथ हॉस्पिटल को जर्मनी ने दिया उत्कृष्ट कार्य का सम्मान

 

− कैंसर रोग के इलाज में विशिष्ट कीर्तिमान स्थापित करने के लिए नेमिनाथ होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.प्रदीप गुप्ता हुए सम्मानित
− होम्योपैथिक चिकित्सा के जनक डॉ. सैमुअल हैनिमैन को समर्पित संस्था इंटरनेशनल हैनिमैन जेंट्रम टोरगो की टीम ने दिया सम्मान
आगरा। जिस बीमारी से पूरी तरह छुटकारा दिलाने के लिए सारी दुनिया के चिकित्सक वर्षाें से गहन शाेध में जुटे हुए हैं, उस बीमारी से राहत और सफल इलाज का कीर्तिमान बनाने वाले आगरा के डॉ प्रदीप गुप्ता को जर्मनी की संस्था ने उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया।
मंगलवार को कुबेरपुर स्थित नेमिनाथ होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज,हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर पर सम्मान समारोह आयोजित किया गया। समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन से हुआ।
होम्योपैथिक के जनक डॉ.सैमुअल हैनिमेन की विरासत को संभालने वाली संस्था इंटरनेशनल हैनिमैन जेंट्रम टोरगो, जर्मनी की चेयरपर्सन कैरोला शुएरेन ने नेमिनाथ होम्योपैथिक कॉलेज को द बेस्ट होम्योपैथिक टीचिंग हॉस्पिटल इन इंडिया सम्मान से सम्मानित किया। ये सम्मान कॉलेज के प्रचार्य डॉ.प्रदीप गुप्ता को प्रदान किया गया।
कैरोला शुएरेन ने कहा कि आधुनिक विज्ञान आज भी कैंसर से पूरी तरह से जीत नहीं पाया है किंतु पूरे विश्व में कैंसर बीमारी को हराने में बहुत अधिक सफल हुए डॉ प्रदीप गुप्ता भारत सहित पूरे विश्व के लिए सम्मान के पात्र हैं। कॉलेज ने अपने शाेध एवं चिकित्सा पद्वति से सैंकड़ों लोगों को कैंसर बीमारी और उसके दुष्प्रभावों में राहत दी है। उनके द्वारा किये गए शाेध आज होम्योपैथिक चिकित्सा में नये कीर्तिमान बन चुके हैं। वाइस चैयरमेन एंड्रियास जंग और एंजेलिका ने कहा कि क्रिटिकल मरीजों को भर्ती करने की डॉ.प्रदीप के हॉस्पिटल में सुविधा है और मरीज ठीक भी होते हैं।
डॉ प्रदीप गुप्ता ने बताया कि होम्योपैथिक चिकित्सा जगत में जर्मनी देश का बहुत विशेष योगदान है। इस देश से सम्मान प्राप्त करना अपने आप में गौरवांवित कर रहा है और चिकित्सा सेवा की प्रेरणा दे रहा है। उन्होंने कहा कि नेमिनाथ हॉस्पिटल में आधुनिक एवं विश्वस्तरीय तकनीकों से कैंसर का इलाज किया जाता है। इसमें सफलता का अनुपात सकारात्मक है। होम्योपैथिक तकनीक द्वारा कैंसर रोग के इलाज में एलोपैथी की अपेक्षा मरीज को कम शारीरिक परेशानी होती है।
इस अवसर पर जर्मन टीम ने हॉस्पिटल में मरीजों से भेंट कर उनका हालचाल जाना और उनके ठीक होने पर संतोष व्यक्त किया।

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Rekha Singh

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