(डॉ. गोपाल चतुर्वेदी)
वृन्दावन।हरिवंश नगर स्थित वानप्रस्थ धाम फेस -1 में सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा एवं गौशाला उद्घाटन महोत्सव श्रीमहंत कृष्णबिहारी दास महाराज के पावन सानिध्य में अत्यंत श्रृद्धा एवं धूमधाम के साथ प्रारंभ हो गया है।महोत्सव का शुभारंभ गाजे बाजे के मध्य निकाली गई श्रीमद्भागवत की भव्य शोभायात्रा के साथ हुआ।जिसमें पीत वस्त्र पहने असंख्य महिलाएं सिर पर मंगल कलश धारण किए हुए साथ चल रही थीं।इसके अलावा अनेकों भक्त-श्रृद्धालु श्रीहरिनाम संकीर्तन करते हुए शोभायात्रा में शामिल हुए।तत्पश्चात व्यासपीठ पर आसीन विश्वप्रसिद्ध भागवत प्रवक्ता डॉ. चतुर नारायण पाराशर महाराज ने अपने श्रीमुख से सभी भक्तों-श्रद्धालुओं को श्रीमद्भागवत का महात्म्य बताते हुए कहा कि भगवान विष्णु के अंशावतार महर्षि वेदव्यासजी द्वारा रचित श्रीमद्भागवत महापुराण केवल एक ग्रंथ ही नही अपितु स्वयं अखिल कोटि ब्रह्माण्ड नायक परब्रह्म परमेश्वर भगवान श्रीकृष्ण का वांग्यमय स्वरूप है।इस ग्रंथ का श्रवण, वाचन एवं अध्ययन तीनों ही मंगलकारी और कल्याणकारी है।
महोत्सव की जानकारी देते हुए वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने बताया कि इस सप्त दिवसीय महोत्सव के अंतर्गत 14 जून को अपराह्न 4 बजे वृंदावन-राधाकुंड रोड़ स्थित, मघेरे वाले हनुमान मंदिर के सामने नवनिर्मित वानप्रस्थ धाम फेस-2 (गौशाला) का उद्घाटन किया जाएगा।जिसमें प्रख्यात संत-विप्र एवं धर्माचार्य आदि भाग लेंगे।इसके अलावा 16 जून को गंगा दशहरा के पावन उपलक्ष्य में वानप्रस्थ धाम फेस -1 में प्रातः 10 बजे से दिव्य श्रीराम राजा सरकार की प्राण-प्रतिष्ठा का आयोजन संपन्न होगा।
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