(डॉ. गोपाल चतुर्वेदी)
वृन्दावन।रमणरेती क्षेत्र स्थित फोगला आश्रम में श्रीवृन्दावन फाउंडेशन ट्रस्ट के द्वारा चल रहे कालिंदी विहार स्थित ठाकुर श्रीराधा रसबिहारी मंदिर के अष्टदिवसीय द्वितीय पाटोत्सव के समापन के अवसर पर वृहद संत समागम श्रीनामदेव कलाधारी आश्रम पीठाधीश्वर महंत जयराम दास महाराज के पावन सानिध्य में आयोजित किया गया।साथ ही अखिल भारत वर्षीय ब्राह्मण महासभा के द्वारा ठाकुर श्रीराधा रसबिहारी मंदिर के अधिष्ठाता आचार्य महंत चंद्रदास (राधिकादास) महाराज का उनके द्वारा दी गई धार्मिक व आध्यात्मिक सेवाओं के लिए सम्मान किया गया।यह सम्मान उन्हें महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता पण्डित बिहारीलाल वशिष्ठ, नगर उपाध्यक्ष डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, संत हरिदास महाराज एवं पण्डित राजेश पाठक ने शॉल ओढ़ाकर, पटुका प्रसादी माला एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर दिया गया।साथ ही प्रभु से उनके उज्ज्वल व सुखद जीवन की मंगल कामना की।
संत समागम की अध्यक्षता करते हुए महामंडलेश्वर स्वामी भास्करानंद महाराज एवं चतु:संप्रदाय के श्रीमहंत बाबा फूलडोल बिहारीदास महाराज ने कहा कि आचार्य महंत चंद्रदास (राधिकादास) महाराज ने श्रीमद्भागवत महापुराण, श्रीमद्रामायण, शिव महापुराण एवं श्रीमद्देवीभागवत आदि के माध्यम से देश-विदेश के असंख्य व्यक्तियों को धर्म के मार्ग से जोड़ने का जो अभूतपूर्व कार्य किया है, वो अति प्रशंसनीय है।
वरिष्ट साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी एवं प्रमुख समाजसेवी पण्डित बिहारीलाल वशिष्ठ ने कहा कि आचार्य महंत चंद्रदास (राधिकादास) महाराज की धर्म के क्षेत्र में अनेकों देनेें हैं।साथ ही उनके द्वारा समाज सेवा के अनेक सेवा प्रकल्प संचालित किए जा रहे हैं।आज हमारी संस्था उनका सम्मान करके स्वयं गर्व की अनुभूति कर रही है।
श्रीजानकी भवन आश्रम के महंत रामदास महाराज एवं क्रांतिकारी संत स्वामी डॉ. सत्यमित्रानंद महाराज ने कहा कि आचार्य महंत चंद्रदास (राधिकादास) महाराज धर्म व अध्यात्म जगत की बहुमूल्य धरोहर हैं।उन्होंने अल्प आयु में ही कई धर्म ग्रंथो का अध्ययन कर भारतीय वैदिक सनातन संस्कृति का प्रचार-प्रसार किया है,जो कि अविस्मरणीय है।
इस अवसर पर महंत श्यामसुन्दर दास महाराज, ठाकुर महेंद्र सिंह एडवोकेट, महंत स्वामी वेदानंद गिरि महाराज, महंत स्वामी संतदास महाराज, साध्वी डॉ. राकेश हरिप्रिया महंत स्वामी शिवदत्त प्रपन्नाचार्य महाराज, स्वामी नित्यानंद महाराज, महंत ब्रजानंद सरस्वती, डॉ. राधाकांत शर्मा, आचार्य कुलदीप दुबे, स्वामी गंगानंद महाराज (कोतवाल), बालकृष्ण शर्मा उर्फ बालो पण्डित, जगदीश शुक्ला, कृष्णा शुक्ला, सुशील शुक्ला, प्रदीप शुक्ला, पवन शुक्ला, राजकुमार यादव, डॉ. राकेश यादव, राधाकृष्ण जांगिड़ (जयपुर) ,राम किशन जांगिड़, पूनम वैष्णव आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।संचालन संत सेवानन्द ब्रह्मचारी ने किया।
महोत्सव के समापन पर आचार्य महंत चंद्रदास (राधिकादास) महाराज के द्वारा आगंतुक महामंडलेश्वरों, महंतों और विद्वानों आदि का सम्मान भी किया गया।तत्पश्चात संत, ब्रजवासी, वैष्णव सेवा और वृहद भंडारा भी हुआ। जिसमे हजारों व्यक्तियों ने भोजन प्रसाद ग्रहण किया।
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