वृन्दावन।मथुरा रोड़ (अटल्ला चुंगी) स्थित श्रीकृष्ण प्रणामी मन्दिर (कांच का मन्दिर) में पुरुषोत्तम मास के उपलक्ष्य में सप्तदिवसीय दिव्य श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ महोत्सव अत्यंत धूमधाम के साथ चल रहा है।जिसमें प्रख्यात भागवत प्रवक्ता श्रीहरि वर्षा कौशल ने अपनी सुमधुर वाणी में देश के विभिन्न राज्यों के सैकड़ों भक्त-श्रद्धालुओं को गिरिराज लीला प्रसंग की कथा श्रवण कराते हुए कहा कि गिरिराज गोवर्धन महाराज साक्षात भगवान श्रीकृष्ण के ही प्रतिरूप हैं।वे ब्रजवासियों की रक्षा हेतु ही ब्रजभूमि में विराजे हुए हैं।वस्तुत: भगवान श्रीकृष्ण ने प्रकृति का संरक्षण करने के लिए ही गिरिराज पूजा की लीला की थी।जिससे कि लोग प्रकृति के महत्व को जानें और उसकी उपयोगिता का सही से पालन करें।
उन्होंने कहा कि ब्रज की पावन भूमि पर त्रिदेव पर्वत रूप में विद्यमान हैं। जो कि बरसाना में ब्रह्मगिरि (ब्रह्मदेव), नंदगांव में नंदीश्वर पर्वत (महादेव) एवं गोवर्धन में गिरिराज पर्वत (भगवान विष्णु) के स्वरूप हैं।इनकी पूजा व परिक्रमा करने से व्यक्ति के सभी मनोरथ सिद्ध होते हैं।इसीलिए गिरिराज गोवर्धन ब्रजवासियों के इष्टदेव हैं।
इस अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण की अत्यंत नयनाभिराम और चित्ताकर्षक झांकी के दर्शन कराए गए।साथ ही गिरिराज गोवर्धन को 56 भोग लगा कर उसका प्रसाद वितरित किया गया।
महोत्सव में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, स्वामी रूपानंद महाराज, महंत मधुमंगल शरण शुक्ला, पंडित राममोहन शास्त्री, डॉ. राधाकांत शर्मा, उमेश सांवरा, गोपिका, सांवरिया, बसंत गुप्ता, कंचन गुप्ता,रेखा गुप्ता, डॉली गुप्ता,प्रवीण गुप्ता, नीलकमल गुप्ता (दिल्ली), साक्षी गुप्ता (लखनऊ), आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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