डॉ.बचन सिंह सिकरवार
हाल में केरल के के पास ‘इण्डियन यूनियन मुस्लिम लीग’(आइयूएमएल) के यूथलीग (युवा शाखा ) द्वारा मणिपुर में हिंसा पीड़ितों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए निकाले गए जुलूस में शामिल युवाओें ने खुले आम हिन्दुओं के विरुद्ध ‘हिन्दुओं को मन्दिर के सामने फाँसी दो‘, ‘हिन्दुओं को जिन्दा जलाओ‘,‘उन्हें रामायण पढ़ने के काबिल न छोड़ो‘ जैसे घृणित नारे लगाया जाना, उनके दुस्साहस का स्पष्ट प्रमाण है। फिर भी इस पर देश की किसी भी राजनीतिक विशेष रूप से कथित पंथ निरपेक्ष, वामपंथी, उदारवादी पार्टियों के किसी नेताओं से लेकर साहित्यकार, कलाकार, फिल्म अभिनेता, अभिनेत्री, पत्रकार, मानवाधिकारवादियों ने अपनी जुबान खोलना मुनासिब नहीं समझा। इसकी असल वजह हिन्दुओं का राजनीतिक रूप से एकजुट न होना है। इस मामले में पुलिस-प्रशासन ने उनके खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई करना उचित नहीं समझा, क्योंकि केरल में हिन्दुओं कोई सियासी हैसियत नहीं है। ऐसे में पुलिस-प्रशासन भी हिन्दुओं के उत्पीड़न को लेकर उदासीन ही बना रहता है। इसलिए इस्लामिक कट्टरपंथियों के हौसले बेहद बढ़े हुए है। यहीं ’पीपुल्स फ्रण्ट ऑफ इण्डिया’(पीएफआइ)का गढ़ बना हुआ था। यहाँ का मल्लपुरम जिले में हिन्दू भय के साये में जिन्दगी बसर करने को मजबूर हैं। केरल में हिन्दू और ईसाई युवती को मुहब्बत के जाल में फँसा कर इस्लाम कुबूल कराने की साजिश को लेकर केरल हाईकोर्ट में ‘लव जिहाद’ शब्द उद्धरत किया। बाद में फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म भी बनी है। वैसे मणिपुर में कुकी-मैतेई संघर्ष का कारण केवल धर्म नहीं है, सियासी और दूसरे कारण भी हैं। फिर उनका बदला केरल के हिन्दुओं से लेने का इन्हें अधिकार किसने दे दिया?
वैसे भी केरल में बारी-बारी से सत्ता सम्हालने वाली वामपंथियों पार्टियों का गठबन्धन ‘एलडीएफ’ हो या फिर काँग्रेस की अगुवाई वाला ‘यूडीएफ’ हो, जिसमें आइयूएमएल भी सम्मिलित है। ऐसे में ये सियासी पार्टियाँ आइयूएमएल के खिलाफ अपनी मुँह खोलतीं तो कैसे? इनमें पंथ निरपेक्षता राजनीति की सबसे बड़ी पैरोकार और अल्पसंख्यकों की सबसे बड़ी हिमायती काँग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी पहले इस पार्टी को पंथ निरपेक्ष होने का प्रमाणपत्र दे चुके हैं, बल्कि यह भी कह चुके हैं,वर्तमान केन्द्र सरकार के शासन में अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न हो रहा है। क्या केरल की इस घटना समेत देश में इस समुदाय के कुछ लोगों द्वारा जो कुछ किया जा रहा है, उसके बाद यह कहा जा सकता है कि यह समुदाय हिन्दुओं से भयभीत है और उसके साथ नाइन्साफी हो रही है। कान्हांगड मण्डलम अध्यक्ष द्वारा उस जुलूस में सम्म्लित 300लोगों के खिलाफ भारतीय दण्ड संहिता (आइपीसी) की धारा 153ए तहत रिपोर्ट दर्ज करा दी, जो धर्म, जाति, जन्म, स्थान, निवास, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समुदायों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना और सद्भाव बनाए रखने के लिए प्रतिकूल कार्य करने से सम्बन्धित है।
इसके बाद आइयूएमएल के यूथलीग के प्रदेश महासचिव पी.के.फिरोज ने हिन्दुओं के खिलाफ नफरती नारे लगाने वाले कार्यकर्ता को संगठन से निष्कासित करने की घोषणा की। इसके साथ यह सफाई भी दी कि जुलूस में जो नारे लगाए गए, वे पार्टी की विचारधारा के खिलाफ थे। वैसे हिन्दुओं के खिलाफ नफरत यह अकेली घटना नहीं है। खोली। मन्दिरों के सामने फाँसी दो, हिन्दुओं को जिन्दा जलाओ जैसी घृणित कई नारे लगाए जाने की घटना इस बात का प्रमाण है कि देश में राजनीति की आड़ में अपने कार्यकर्ताओं में हिन्दुओं के खिलाफ कितनी नफरत भरी जा रही है, ।गत 26जुलाई को कर्नाटक के उडुपी में स्थित पैरामेडिकल कॉलेज नेत्रज्योति इन्स्टीट्यूट ऑफ अलाइड हेल्थ साइन्सेज के वाशरूम में सहपाठी तीन छात्राओं शबनम, आल्फिया और अलीमा द्वारा हिन्दू छात्राओं की वीडियो रिकॉर्डिंग करने के खिलाफ प्राथमिक दर्ज की गई,इसमें कॉलेज प्रबन्धन का भी नाम है।जुलाई की शुरुआत में म.प्र.के शिवपुरी जिले के बरखेड़ा में अजमत खान, वकील खान,आरिफ खान, शाहिद खान, इस्लाम खान, रहीश बानो,साइना बानो ने अपने गाँव अर्जुन जाटव पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए बन्धक बनाकर मैला खिलाया,,जूते-चप्पलों की माला पहनाई फिर उसके चेहरे पर कालिख पोत कर मारते-पीटते जुलूस बनाकर थाने ले जाकर उसके खिलाफ रिपोर्ट लिखने की माँग की,लेकिन जाँच में आरोप झूठा पाया गया।तब इन सभी आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उन्हें गिरपतार किया गया। इनके द्वारा वन विभाग की 20 बीघा पर अवैध कब्जे कर मकान बना कर खेती की जा रही थी। बाद प्रशासनिक विभाग इन सभी मकान ढहाने के बाद इनके कब्जे से सरकारी जमीन मुक्त करायी।इसी 17जुलाई को म.प्र.के उज्जैन में सावन के दूसरे सोमवार को बाबा महाकाल की सवारी में सम्मिलित भक्तों पर अदनान अंसारी, उसके नाबालिग भाई तथा एक अन्य नाबालिग ने अपने मकान की गैलरी थूका। इसके बाद उसके धारा 153ए के तहत मुकदमा दर्ज किया। उसके बाद अदालत के आदेश पर अदनान अंसारी को जेल तथा नाबालिगों को सम्प्रेषणगृह भेज दिया गया। इसके साथ उसके मकान के अवैध हिस्से को ढहा दिया गया। इसी 9 मई को भोपाल के जमालपुरा मुहल्ले में मुस्लिम युवक मुहम्मद समीर, फैजान लाला, मुहम्मद साहिल ने एक हिन्दू युवक विजय रामचन्दानी
क अपहरण कर उसके गले में बेल्ट कर पट्टा डालकर कुत्ते की तरह भौंकने, मारपीट कर मतान्तरण कर दबाव बनाया, जिसका परिवार इनके उत्पीड़न के कारण अपना मकान बेचने का मजबूर हुआ। इस घटना का वीडियो जब 19 जून को वायरल हुआ, तब पुलिस ने उनके विरु़द्ध मुकदमा दर्ज किया। इससे 25 मई को उ.प्र.के ग्रेटर नोएडा ‘अजनारा सोसायटी’ में घरेलू सहायिका सबीना उर्फ सवेरा खातून पलैट स्वामी आलोक सिंह के घर में पानी में पेशाब कर उसका पोछा लगाती पकड़ी गई, जो प.बंगाल के दिनाजपुर की रहनी वाली है। उसकी यह बेजा हरकत को पता सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से लगा, जिसमें यह घटना कैद हो गई थी। उसकी पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करायी गई।
इसी 8जुलाई को गाजियाबाद में ‘द केरल स्टोरी’की तर्ज पर पुलिस ने मतान्तरण कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। पकड़े गए युवकों में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में बीडीएस की डिग्री लेकन के दौरान इस्लाम ग्रहण कि,जबकि दूसरे का दिल्ली कोचिंग में करने के समय मतान्तरण कराया गया था। इससे पहले 7जुलाई को रायबरेली में पाँच साल पहले आजाद नगर मुस्लिम युवक मुहम्मद वसीम ने समीर प्रताप सिंह हिन्दू युवक बनकर राना नगर की हिन्दू युवती को मुहब्बत के जाल में फँसाया, जो उसके यहाँ टी.वी. ठीक करने आया था। फिर मतान्तरण कर निकाह किया। फिर तीन तलाक देकर रिश्ता तोड़ लिया। इसी 13 जुलाई को केरल क कोच्चि की एनआइए की विशेष न्यायालय ने इडुक्कीदजिले के थोडुपुझा न्यूमैन कॉलेज के प्रोफेसर टी.जे.जोसेफ के दाहिने की कलाई चार जुलाई, 2010 को काटने के मामले में दोषी ठहराये गए छह लोगों में से तीन साजिल, नासर, नजीव को आजीवन कारावास की सजा सुनायी है। शेष तीन दोषियों नौशाद,पी.पी. मोइदीन कुन्हू,अयूब को तीन-तीन साल की सजा सुनायी। ये सभी प्रतिबन्धित इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन ‘पी.एफ.आई.’ हैं। इस मामले में प्रोफेसर जोसेफ का कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने पढ़ते हुए कुछ इस्लामिक तथ्यों का उल्लेख किया। 29जुलाई को महाराष्ट्र के अहमद नगर में मुसलमान शिक्षिका हिना शेख ने ट्यूशन पढ़़ाने के दौरान इस्लाम कुबूल कराने का दबाव बनाने की घटना। वह महिला शिक्षिका मुस्लिम युवकों से दोस्ती करने को कहती है। इस मामले 8लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करायी गई है। 28 जून को उ.प्र.के जिले बदायूँ शहर में एक पुजारी की नाबालिग बेटी को खण्डसारी मुहल्ले के अम्मार कुरैशी और एमडी कैफ ने पिछले डेढ़ साल सेचंगुल में फँसा लिया था और कई तरह से उसे भयभीत किया हुआ था। ये दोनों, इन्हें ये इस्लाम कुबूल करने का दबाव बनाते थे।जिन्हें बजरंग दल की सहायता से उनके चंगुल से छुड़ाया। 26जून उ.प्र.के फतेहपुर जिले में मुस्लिम युवक सिकन्दर की बर्बरता और दुष्कर्म से पीड़िता युवती की कानपुर के लाला लाजपतराय अस्पताल में उपचार की दौरान मृत्यु हो गई। इसने अपना धर्म छुपाकर सोनू बनकर लवजिहाद में फँसा रखा था।इस पूर्व 22जून की रात उसने युवती का अगवा कर दुष्कर्म करने बाद उसकी हत्या करने के इरादे सिर ईट से कुचल दिया था।
महाराष्ट्र के इस्लामिक कट्टरपंथी शाहनवाज मकसूद खान उर्फ बद्दो द्वारा आन लाइन गेमिंग के जरिये पश्चिम उत्तर प्रदेश के हिन्दू बच्चों का ब्रेनवॉश कर मतान्तरण करा रहे थे।इस मामले में कई लोगों को गिरपतार किया गया है। यूँ तो हिन्दुओं के खिलाफ नफरत फैलाने की शुरुआत सन् 711ईस्वी में भारत के सिन्ध पर मुहम्मद बिन कासिम पर हमले के साथ हो गई,जो उत्तरोत्तर आक्रान्ताओं के साथ फैलती ही गई। गैर मुस्लिमों के खिलाफ नफरत फैलने की असल वजह लोग जानते हुए जुबान खोलने को तैयार नहीं है। वैसे इसे फैलाने में कुछ मजहबी किताबें, मजहबी कट्टरपंथी,इनके मजहब का प्रचार करने वाली जमात और इनके सियासी नेता भी शामिल है।फिर अपने देश में तुर्किये का सीरियल एर्तुगरुल गाजी को पाकिस्तान से अधिक भारत में पीटीवी पर देखा जा रहा है। इसमें ईसाई और मंगोलों का मतान्तरण कर मुसलमान बनते दिखाया गया। मुस्लिम जानकारों का दावा हे कि भारत में 40 प्रतिशत मुसलमान देख रहे। इनमें युवाओं की संख्या 80 प्रतिशत है। इसे उ.प्र. अलीगढ़, देवबन्द, गाजियाबाद, बुलन्दशहर, हापुड़, दिल्ली, गौतमबुद्ध नगर, रामपुर, आजमगढ़ आदि शहरों में देखने वालों की संख्या अधिक है। इस सीरियल को लोग घरों में बच्चों के साथ आनलाइन देखते हैं। लेकिन सियासी नेता इनके थोक वोट बैंक के लालच में सबकुछ जानकार भी अनजान बनने का ढोंग करते आए हैं। जब तक इन सभी असलियत उजागर नहीं किया जाता है, तब तक उनकी हिन्दुओं के खिलाफ नफरती मुहिम जारी रहेगी।
सम्पर्क-डॉ.बचन सिंह सिकरवार 63 ब,गाँधी नगर आगरा- 282003 मो. नम्बर-9411684054
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