राम नारायन लोधी’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने इस कठिन समय में देश के नाम अपने सम्बोधन में बड़े ही मार्मिक शब्दों में कहा था कि घर के सामने लक्ष्मण रेखा खींच लो , ताकि कोरोना वायरस रूपी रावण से अपने अनमोल ,बेशकीमती जीवन को बचा सकें । जान है तो जहान है ,जीवन बचेगा तभी तो हम आप इस संसार में रह पाएँगे। मोदी जी के उद्गार सुनकर मेरा हृदय भर आया ..मेरी आँखों से आँसू आ गए। मैंने अपने आप को सम्हालते हुए टीवी को देखा ! मोदी जी के एक-एक शब्द को सुना ,इस दुःख की घड़ी में डॉक्टर- नर्स ,पैरामेडिकल आदि सभी अपनी जिन्दगी की परवाह न करते हुए, त्याग और बलिदान की भावना से रात- दिन अपनी सेवाएँ दे रहे हैं और फरिश्ते बनकर लोगों के जीवन को बचा रहे हैं। देश में पुलिस -सुरक्षा बल ,रात- दिन ,सड़कों ,चौराहों पर लोगों के जीवन बचाने में जुटे हैं ,फिर भी लोग अपने जीवन की परवाह किए बगैर सड़कों ,गलियों,चौराहों पर आ जाते हैं । कुछ तो सिरफिरे पुलिस से उलझ जाते हैं ।
जीवन एक अजीब सी पहेली बन गया है ।
हमने 70 वर्षों की उम्र में कभी इतनी भयंकर आपदा नहीं देखी। चीन से फैला यह कोरोना वायरस सारी दुनिया में तबाही मचा रहा है।
चीन हत्यारा है …इसने दुनिया के लाखों लोगों की जान ली है । यह विश्व के मानव जाति के संहार करने का गुनाहगार है , लेकिन यह वक्त आरोप-प्रत्यारोप का नहीं है।
हमें देश की परवाह है यहाँ जो भी रहता है उसका जीवन अमूल्य है ,इसे बचाने के लिए देश की सारी मशीनरी -एजेंसियाँ मिलकर मोदी जी के नेतृत्व में काम कर रही हैं ।
प्रधानमंत्री भी रात -दिन बिना रुके देश सेवा में लगे हैं । हमने प्रधानमंत्री मोदी जी जैसा कर्मठ प्रधानमंत्री नहीं देखा ,चाहे पुलवामा में हमारे जवानों की शहादत का बदला हो या अयोध्या में राम मन्दिर का मामला,
आज कश्मीर के लोग भी आजादी की साँस ले रहे हैं। कश्मीर भी खुशहाल हो.. तरक्की की राह पर चल पड़ा है ।
मोदी जी ने देश को कठिन परिस्थितियों से उबारा है ।
हम भारतीयों को पूर्ण विश्वास है कि वे अपने कार्य कौशल से इस कोराना रूपी राक्षस से हमें सुरक्षित कर लेंगे । इसके लिए हमें भी कुछ त्याग, धैर्य, सेवा, समझदारी का परिचय देना होगा। हम देशवासियों से निवेदन करते हैं कि मोदी जी की लक्ष्मण रेखा को न लाँघकर , अपने कर्तव्य का पालन करें, ताकि अपने अमूल्य जीवन को सुरक्षित किया जा सके।
जय हिंद ।।
जीवन छीना जग का सारा ,अमन चैन सब छीना सारा ।
मारा जाएगा तू पापी ,मत कर अब ऐसी नादानी।
जीवन हारने तू आया है, नहीं चलेगी तेरी नादानी।
राम-कृष्ण का देश हमारा , बजरंगी तुम जल्दी आना।
सारा देश पुकारे तुमको ,पापी दुष्ट कोरोना को भगाना।
लक्ष्मण रेखा नहीं लाँघना ,सुन लो मेरे देश के लोगों।
पापी रावण जल जाएगा, सुन लो मेरी माँ और बहिनों ।।
’✍ राम नारायन लोधी
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