डॉ.बचन सिंह सिकरवार
हाल में पाकिस्तान के दक्षिण सिन्ध प्रान्त के काशमोर और घोटकी नदी क्षेत्रों में डाकुओं ने भारत आयी सीमा हैदर जाखरानी की पबजी प्रेम कहानी का बदला लेने को गत 16 जुलाई को रॉकेट लांचर से हमला, मन्दिर पर अन्धाधुन्ध गोलियाँ बरसाना और हिन्दुओं के घरों को निशाना बनाने के साथ-साथ आपराधिक गिरोहों द्वारा हिन्दू समुदाय 30 स्त्रियों और बच्चों को बन्धक बनाने तथा इससे पहले 14 जुलाई को रात को बिजली गुल कराके अन्धेरे और पुलिस की उपस्थिति में कराची के सोल्जर बाजार स्थित कोई डेढ़ सौ वर्ष पुराने मारी माता के हिन्दू मन्दिर की जमीन हड़पने के लिए ढाँचे को पुराना, जर्जर तथा खतरनाक बताते हुए बुल्डोजर से जमींदोज किये जाने की घटना पाकिस्तान समेत दुनियाभर के हिन्दुओं के लिए अत्यन्त दुःखद और हृदयाविदारक है, लेकिन अफसोस की बात यह है कि अब भारत समेत दुनियाभर के मानवाधिकारों और लोकतांत्रिक अधिकारों के पहरूए, हर मामले में अकलियत/अल्पसंख्यकों के साथ मजहबी भेदभाव पर नजर रखने वाले एवं प्रेस वाले खामोश बने हुए हैं, क्या हिन्दुओं के कहीं भी किसी तरह के अधिकार नहीं हैं? क्या अब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को पाकिस्तान में हममजहबियों के हिन्दुओं पर जुल्म-सितम दिखायी नहीं दे रहे हैं, जिन्हें भारत में मुसलमानों पर हर तरह के जुल्म-सितम और हर मामले में गैर बराबरी नजर आ रही थीं। वैसे ऐसे फरेबियों और झूठों की अपने मुल्क में भी कमी नहीं, जो अपने मजहबियों ठिकानों से लेकर टी.वी.चैनलों पर झूठ बोल कर लोगों में मजहबी नफरत फैला कर अपनी सियासत चमकाते रहते हैं। हकीकत यह है कि इनसे बेहतर तो कुछ पाकिस्तानी मुस्लिम हैं, जो इन्सानियत के नाते हिन्दुओं पर होने वाले जुल्मों के खिलाफ इण्टरनेट के विभिन्न मंचों फेसबुक, ट्विट्र, यूट्यूब चैनल आदि पर उनकी मजम्मत और मुखालफत करते रहते हैं। वैसे पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यक हिन्दू, सिख, ईसाई ,शिया, अहमदिया, कादियानी मुसलमानों के साथ भी ऐसी ही जुल्म और दूसरी दर्दनाक घटनाएँ आए दिन होती रहती हैं। वहाँ इस्लामिक कट्टरपंथियों के उकसावे और भड़कावे पर हिन्दुओं और ईसाइयों की नाबालिग बेटियों के अपहरण कर उनसे जबरन इस्लाम कुबूल कराके उनसे उम्र में कई साल बड़े शख्स से निकाह कर दिया जाता है, जिसमें पुलिस-प्रशासन ही नहीं, अदालतें तक मददगार की भूमिका में होती हैं। ऐसे मामलों में अक्सर पुलिस का कहना होता है कि उसने अपनी मर्जी से इस्लाम कुबूल किया है और निकाह की भी हामी भरी है। वहाँ हिन्दुओं के मन्दिरों, ईसाई के गिरजाघरों, अहमदियों की मस्जिदों को भी निशाना बनाया जाना आम बात है। अब सिन्ध प्रान्त के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ज्ञानचन्द इसरानी ने डाकुओं से अपील की है कि वे हिन्दू समुदाय को निशाना न बनाएँ। इससे स्पष्ट है कि उन्हें अपने पुलिस-प्रशासन पर यह भरोसा नहीं कि वह इन इस्लामिक कट्टरपंथी डाकुओं के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई करेगा। इसके अलावा हिन्दू समुदाय ने पाकिस्तान हिन्दू कौंसिल, सिन्ध के मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह और सिन्ध पुलिस आइ.जी.से मामले पर तुरन्त कार्रवाई की माँग की। अब सन्तोष की बात यह है कि सिन्ध सरकार ने कहा कि किसी पूजा स्थल को तोड़कर कोई व्यावसायिक इमारत बनाने की इजाजत नहीं जाएगा। उसके कहे पर हिन्दुओं को यकीन नहीं है, क्योंकि पाकिस्तान में अब तक जो भी मन्दिर एक ध्वस्त कर दिया गया, वह फिर कभी नहीं बन पाया है। इसके अलावा सिन्ध सरकार ने हिन्दू मन्दिरों और उनकी बस्तियों की सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मी तैनात कर दिये हैं, ये उनकी हिफाजत हकीकत में करेंगे,यह वक्त बतायेगा।
ऐसे मामले में जहाँ ग्रेट स्टोन इन्स्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में अल्पंसख्यक समुदाय पर अत्याचार लगातार बढ़ता जा रहा है। खासकर हिन्दू और ईसाई महिलाएँ तथा बच्चे क्रूरता के शिकार हो रहे हैं। अपहरण, जबरन मतान्तरण और दुष्कर्म को हथियार बनाया जा रहा है। युवतियों, बच्चियों को अगवा कर दोगुने उम्र के शख्स से निकाह कराया जा रहा है, वहीं अल्पसंख्यक समूह पाकिस्तान दरबार इत्तेहाद(पीडीआइ)के अध्यक्ष शिव काछी ने कहा कि यह कभी- कभार ही सम्भव हो पाता है कि कोई हिन्दू लड़की अपहरण होने के बाद परिवार में वापस लौट पाती है। इसके पीछे कारण यह है कि पुलिस सहयोग का तैयार नहीं होती। पंजाब प्रान्त के झेलम जिले में अल्पसंख्यक अहमदियों समुदाय के पूजास्थल की मीनारें तोड़ने का मामला सामने आया है। एएनई के अनुसार 14-15जुलाई की रात काला गुजरान स्थित पूजास्थल को पुलिस ने अवैध घोषित कर तुड़वा दिया। कट्टरपंथी तहरीक -ए-लब्बैक पाकिस्तान के स्थानीय नेतृत्व द्वारा धमकियों के बाद यह कार्रवाई की गई। इसी 12जुलाई को सिन्ध प्रान्त की 13वर्षीय सना मेघवार का कार सवारों ने अपहरण कर ,उस समय किया,जब अपनी माँ के साथ बाजार से लौट से लौट रही थी। इसके बाद इन दोनों को बुरी तरह से मारा-पीटा। बाद में लड़की से इस्लाम कुबूल कराया। अपहरणकर्ताओं में से एक नाम जमींदार शेख इमरान है । फिर 10जुलाई को पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त रहीम यारखान इलाके में दो हिन्दू लड़कियों अनीता कुमारी तथा पूजा कुमार का अपहरण कर उन्हें इस्लाम कुबूल कराया गया। इनके साथ दुष्कर्म भी किया गया।
इसके पश्चात् 5 जुलाई को पाकिस्तान के लाहौर शहर के मीर टाउन इलाके में लाहौर प्रबन्धन विज्ञान विश्वविद्यालय (एलयूएमएस) की कर्मचारी और तीन बच्चों की ईसाई माँ की मणि गुज्जर की अगुवाई वाले संगठन ने इस्लाम कुबूल न करने पर हत्या कर दी।इसके लिए उनके चेहरे पर एसिड डाला गया था। इस दौरान जहाँ फैसलाबाद में एक नाबालिग लड़की का अपहरण इस्लाम कुबूल कराके अपहरण करने वाले से निकाह कर दिया, वहीं चगाई में एक पंचायत ने एक महिला की अवैध सम्बन्ध रखने के आरोप में मौत की सजा सुनायी, पर संलिप्त शख्स को छोड़ दिया। गत 29 जून को पाकिस्तान के सिन्ध प्रान्त सख्खर शहर के सिंह सभा गुरुद्वारे में उपद्रवी न सिर्फ जबरन घुस आए, बल्कि उन्होंने संतों से गाली-गलौज करते हुए बलपूर्वक कीर्तन भी बन्द कर दिया। इसी 24जून को पेशावर शहर को यकातूत क्षेत्र सशस्त्र बाइक सवारी ने सिख दुकानदार मनमोहन सिंह की गोली मार कर हत्या कर दी। एक दिन पहले पूर्व पेशावर सिख तरलोक सिंह पर भी हमला किया गया।
इधर बिटर विण्टर की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में मानवाधिकार संगठनों और कार्यकर्ताओं ने रितु(काल्पनिक)लड़की के साथ यौन शोषण के मामले पर ध्यान केन्द्रित किया। इसी साल अप्रैल माह में रिचा सिन्ध प्रान्त टांडो अल्लाहयार जिले के शेख भिरकियो गाँव की रहने वाली 6 वर्षीय बच्ची का 23 साल के दो युवकों ने यौन शोषण किया। इस घटना को अन्जाम दिया गया, जब वह अपने घर के बाहर खेल रही थी। घटना के बाद अपने घर से 6 किलो मीटर दूर बेहोशी हालत में मिली। जब उसके घर वाले रिपोर्ट करने गए, तो पुलिस ने उसमें न कोई रुचि नहीं दिखायी, बल्कि उन्हें अपराधियों के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई करने का भरोसा तक नहीं दिया। इसी तरह की एक घटना फरवरी, 2023को मुस्लिम युवकों ने नीलो कोल्ही नामक एक हिन्दू के घर पर डण्डे और बन्दूकों से हमला किया। उनकी बेटी सुधी को मार कर घायल कर दिया। इसके बाद पुलिस स्टेशन में एफ.आइ.आर की गई, किन्तु पुलिस अधिकारियों ने कार्रवाई में देरी की। एक ओर घटना शेख भिरकियो में अक्टूबर, 2022 की है,जिसमें एक 10साल की लड़की का अपहरण किया गया,जब वह अपने घर के बाहर कपड़े धो रहे थे। उस पर इस्लाम अपनाने और निकाह करने का दबाव बनाया गया।पुलिस ने लड़की को बरामद कर शेल्टर होम भिजवा दिया।
पाकिस्तान में साजिश के तहत गैर मुस्लिम युवतियों का मतान्तरण कराया जाता है। ऐसा करने वाले गिरोह का सरगना मौलवी मियां मिट्ठू है।इसके खिलाफ बोलने कोई सियायती रहनुमा और पार्टी तैयार नहीं है,ऐेसे में उसकी गिरपतारी के बारे में सोचना ही फिजूल है,क्यों कि उसे इस्लामिक कट्टरपंथियों का साथ मिला हुआ है। इसी वजह से ब्रिटेन ने उसे प्रतिबन्धित करने को तैयार है। सिर्फ सिन्ध प्रान्त में हर साल एक हजार हिन्दू किशोरियों तथा बच्चियों का अगवा कर जबरन इस्लाम कुबूल कराके निकाह कर दिया जाता है। भारत के बँटवारे के समय 22से 23 से प्रतिशत हिन्दू थे, जो सन् 1971में बांग्लादेश के उदय के बाद 11-2फीसदी ही रह गए। वर्तमान में पाकिस्तान में दो प्रतिशत भी हिन्दू नहीं बचे हैं। ये भी कब तक बचेंगे, यह कहना बहुत मुश्किल है। क्षोभ की बात यह है कि पाकिस्तान में हिन्दुओं पर होने वाले जुल्मों पर भारत सरकार समेत हिन्दू संगठनों का विरोध न करना बहुत खलता है, जबकि पाकिस्तान सहित दूसरे इस्लामिक मुल्क तथा उनके संगठन अन्तरराष्ट्रीय मंचों पर भारत में अपने हममजहबियों पर फर्जी जुल्म की कहानियाँ गढ़कर उसे बदनाम करने का कोई मौका नहीं चूकते।
सम्पर्क-डॉ.बचन सिंह सिकरवार 63 ब,गाँधी नगरआगरा-282003 मो.नम्बर-9411684054
Add Comment