राजनीति

बांग्लादेश में फिर मन्दिरों पर हमले

डॉ.बचन ंिसंह सिकरवार

गत दिनों पड़ोसी बांग्लादेश में कुछ शरारती तŸवों के ईशनिंदा के आरोप लगाते हुए फेसबुक पर कुछ तस्वीरों के वीडियो वायरल करने पर इस्लामिक कट्टरपन्थियों द्वारा हिन्दुओं के घरों, दुर्गा पूजा पण्डालों मन्दिरों पर हमले तथा तोड़फोड़, फिर बचाव में आयी पुलिस तथा हमलावरों के बीच हुई हिंसा में चार कट्टरपन्थियों की मौत, कई लोगों के घायल होने और 22 जिलों में अर्द्ध सैनिकों की तैनाती की घटनाएँ अत्यन्त दुःखद और निन्दनीय है। इनसे भारत का चिन्तित होना स्वाभाविक है,जिसकी बदौलत यह मुल्क का वजूद में आया था। वैसे बांग्ला देश में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। यहाँ किसी ने किसी बहाने हिन्दुओं के घरों,उनके व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, मन्दिरों आदि पर हमले समय-समय पर होते आए हैं। इनकी दहशतगर्दी की वजह से हिन्दू डर के माहौल में रहने को मजबूर हैं। उन्हें हमेशा अपनी जान-माल तथा औरतों की आबरू बचाये रखने की फिक्र लगी रहती है।इस तरह की वारदातों के पीछे जिहादियों का इरादा अपने मुल्क से रहे-बचे हिन्दुओं को पलायन के लिए मजबूर करना है। बांग्लादेश में जिहादियों ने पहले 14अक्टूबर को सबसे पहले कमीला के नानुयार दिधीरपार मन्दिर के दुर्गा पण्डाल पर हमला किया। तदोपरान्त चाँदपुर के हाजीगंज, चटगांव के बांसखली, हटिया उपजिले और काक्स बाजार के पेकुआ में मन्दिरों में तोड़फोड़ की।. कमीला जिला पूजा उत्सव समिति के सचिव निर्मल पाल का कहना है कि एक खास समूह ने विरोध प्रदर्शन के करके दुर्गा पूजा रोकने के लिए पण्डाल में ईशनिन्दा की थी। फिर 15अक्टूबर शुक्रवार को इस्लामिक कट्टरपन्थियों ने नोआखाली स्थित इस्कान मन्दिर हमला तथा उसके सदस्य पार्थदास को मारा डाला। इसी शहर के दूसरे मन्दिरों तथा दुर्गा पण्डालों पर हमला कर उन्हें क्षति पहुँचायी गई।इसी दिन मुहानी इलाके में कई मन्दिरों पर हमला किया गया। इनमें इन हमले में 30 से अधिक श्रद्धालु घायल हुए हैं। खुलना में एक हिन्दू मन्दिर से 18देसी बम बरामद किये गए हैं। मुंशीगंज के उपजिला सिराजरीखान में एक काली मन्दिर की छह मूर्तियों को मुसलमानों ने तोड़ दिया। शुक्रवार को प्रशासन दोपहर 2.30बजे मूर्ति विसर्जन की अनुमति दी,जबकि हर साल 11बजे विसर्जन किया जाता था। प्रतिमा विसर्जन हेतु लोग जेएम सेन हाल में एकत्र हुए थे,जहाँ नमाज के बाद मुसलमान उपद्रवियों ने उन पर हमला किया।उस दौरान वहाँ तैनात पुलिसकर्मी मौके से भाग गए। ऐसे में जैसे-तैसे महिलाओं ने प्रतिमाओं को तोड़ने से बचाया। अब हिन्दू,बौद्ध,ईसाई एकता परिषद् ने मौके से पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर आधे दिन की हड़ताल की। अब तक मन्दिरों तथा दुर्गा पण्डालों पर हमलों के लिए सौ से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजेद ने कहा कि इन हमलावरों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा। नोखाआली कट्टरपन्थियों मन्दिर

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