डाॅ.बचन सिंह सिकरवार
गत दिनों राजस्थान के हनुमानगढ़ की तहसील पीलीबंगा के गाँव प्रेमपुरा में एक दलित युवक जगदीश मेघवाल को प्रेम प्रसंग को लेकर लोगों ने लाठियों से पीट-पीट कर निर्ममता हत्या, पुलिस के रिपोर्ट दर्ज करने में हीलाहवाली, एक दिन बाद रिपोर्ट दर्ज करना, तब आक्रोशित परिजनों द्वारा दो दिनों तक पोस्टमार्टम न होना देने,दबाव पड़ने पर नामजद 11 आरोपियों में 11 में से सिर्फ 3 आरोपियों को गिरपतार किये जाने, बगैर मुआवजे के दाह संस्कार को मजबूर किये जाने की घटना अत्यन्त दुःखद और निन्दनीय है। इसने एक बार फिर काँग्रेस के दलित हितैषी होने के दावे की पोल दी है। इसी 7अक्टूबर की घटना पर बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने ट्विटर पर काँग्रेस से पूछा है कि क्या पंजाब तथा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री इस पीड़ित परिवार को 50-50लाख रुपए की मदद करेंगे?बीएसपी जवाब चाहती है,वरना दलितों के नाम पर घड़ियाली आँसू बहाना बन्द करे।इसी मुद्दे पर केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने आप न्याय माँग रहे है।,आप वोट लेने की जुगाड़ में लगे हैं। आपके लिए राजस्थान और उत्तर प्रदेश के नागरिक की जान में अन्तर है? आप प्रेमपुरा के लिए इसलिए न्याय नहीं माँगेंगे, क्यों कि यहाँ आपका फायदा नहीं है। भाजपा के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने काँग्रेस से पूछा कि दलित युवक की पीट-पीट कर नृशंस हत्या किये जाने पर क्या राहुल गाँधी, प्रियंका गाँधी वाड्रा, पंजाब के मुख्यमंत्री चरण ंिसंह चन्नी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हनुमानगढ़ के प्रेमपुरा जाएँगे? विपक्षी राजनीतिक दलों के नेताओं की आलोचना काँग्रेस आरोपियों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई करेगी,ऐसी उम्मीद करना ही फिजूल है,क्योंकि काँग्रेस की अल्पसंख्यक तुष्टीकरण का काफी लम्बा इतिहास रहा है, जिससे इतनी जल्दी पीछा छुड़ा लेगी,यह सोचना ही बेमानी है।
राजस्थान में दलितों की हत्याओं का सिलसिला थम नहीं रहा है। गत 27सितम्बर को अलवर जिले के राजगढ़ थाने के छिलोड़ी गाँव निवासी दलित सम्पत बैरवा की इसी गाँव के शाहरुख पुत्र जोरमत खाँ अपने साथी के साथ मिलकर तौलिया से सम्पत का गला घोंट कर मार दिया। सम्पत के पिता परभाती की शिकायत पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।
उस समय भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था चैपट हो चुकी है। अलवर में लगातार पुलिस अपराध बढ़ रहे हैं, लेकिन पुलिस कुछ भी नहीं कर पा रही है। दलितों पर अत्याचार बढ़े हैं। इससे पहले 15सितम्बर को अलवर जिले बड़ौदा मेव में बाइक से एक 10वर्षीय मुस्लिम बालिका के टक्कर लगने पर दलित 17वर्षीय किशोर योगेश जाटव को गुस्साये मुस्लिम पुरुषों-महिलाओं की भीड़ ने पीट-पीट कर अधमरा कर दिया,जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। मृतक के पिता ओमप्रकाश ने रशीद, मुबीना, साजेत पठान सहित छह के खिलाफ मारपीट तथा हत्या का मुकदमा दर्ज कराया,जबकि पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने योगेश जाटव की मौत का कारण हेलमेट न लगाने से गम्भीर चोट लगना बताया। मृतक के परिजनों ने भरतपुर मार्ग पर शव रखर 50लाख रुपए के मुआवजे की माँग की।बाद में प्रशासन के समझाने पर दाहसंस्कार करने को तैयार हुए। राजस्थान के मेवात इलाके कोई सौ से अधिक गाँव इस्लामिक कट्टरपन्थियों की दहशतगर्दी के कारण हिन्दू विहीन हो गए हैं,इनमें सबसे ज्यादा पलायन करने वाले दलित हैं।फिर अल्पसंख्यक तुष्टीकरण की नीति पर चलते हुए सभी राजनीतिक दल विशेष रूप से काँग्रेस उनके खिलाफ से कार्रवाई करने से बचती आयी है।यही वजह से है कि अलवर में एक पखवाड़े में दो दलितों की समुदाय विशेष के लोगों की बेरहमी से हत्या किये जाने पर राजस्थान की काँग्रेस की सरकार अपेक्षित कार्रवाई करने में नाकाम रही है। वैसे भी काँग्रेस का दलित प्रेम तभी छलकता है,जब उस सूबे में किसी विपक्षी राजनीतिक दल खास तौर पर भाजपा की सरकार हो तथा उसे सवर्ण हिन्दू ने सताया हो। अगर उस दलित पुरुष/महिला को मुस्लिम ने सताया हो, तब खामोश रहना पसन्द करती हैं,क्यों कि उस हालत में शोर मचाने पर मुस्लिम समुदाय नाराज हो जाएगा,उस स्थिति में काँग्रेस को अपने एक मुुुुुुुुुुुुश्त वोट बैंक गंवाने का डर पैदा सताने लगता है। यही कारण है कि जब पिछले साल हाथरस की बूलगढ़ी में दलित युवती के साथ दुष्कर्म और हत्या का आरोप सवर्ण युवकों पर लगा,तब काँग्रेस के नेता राहुल गाँधी ,प्रियंका गाँधी वाड्रा दलबल के साथ दो बार गए,पर उसी वक्त बलरामपुर में दलित युवती के साथ मुस्लिम युवकों द्वारा बलात्कार और हत्या किये जाने पर न उसकी खबर लेने न काँग्रेस गई और न सपा,बसपा,चन्द्रशेखर आजाद रावण ही।
इससे स्पष्ट है कि इन्हें दलितों से नहीं ,सिर्फ उनके वोटों से मुहब्बत है।
सम्पर्क-डाॅ.बचन सिंह सिकरवार 63ब,गाँधी नगर,आगरा-282003मो.न.9411684054
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