वृन्दावन। कुम्भ मेला क्षेत्र में देश की प्रथम किन्नर महामण्डलेश्वर हेमांगी सखी के शिविर में उनके दर्शनों हेतु भक्तों व श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। उनका आशीर्वाद प्राप्त करने हेतु महिला,पुरूष व बच्चे आदि बड़ी संख्या में आरहे हैं। ऐसी मान्यता है कि किन्नरों का आशीर्वाद कभी भी विफल नही जाता है। महामंडलेश्वर हेमांगी सखी एक रुपया का सिक्का अपने दांतों व कंगन से स्पर्श कराकर लोगों को आशीर्वाद स्वरूप दे रहीं हैं। जिससे लोगों के धन-धान्य में वृद्धि हो।
महामंडलेश्वर हेमांगी सखी ने भक्तों व श्रद्धालुओं को प्रवचन करते हुए कहा कि राधा व कृष्ण की महिमा अपरंपार है।इसी के चलते वह मुम्बई से कोसों दूर श्रीधाम वृन्दावन में राधा व कृष्ण की आराधना करने के लिए प्रायः आती रहती हैं। उन्होंने कहा कि मैं यह चाहती हूँ कि इनकी भजन साधना करते करते मेरे प्राण श्रीधाम वृन्दावन में हीं निकलें। राधा व कृष्ण मेरे जीवन के आदर्श व प्रेरणा दोनों ही हैं।इसीलिए मैंने वृन्दावन कुम्भ बैठक में अपना शिविर लगाया है। उन्होंने राधा व कृष्ण की महिमा से ओतप्रोत अनेक भजनों का सुमधुर गायन कर सभी को भाव-विभोर कर दिया।
इस अवसर पर ब्रज साहित्य सेवा मण्डल के अध्यक्ष डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता पं. बिहारी लाल वशिष्ठ, डॉ. उमेश शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार विनोद चूड़ामणि, उपेंद्र त्रिपाठी, राधाकांत शर्मा, वसुधा सहचरी आचार्य महंत रामदेव चतुर्वेदी, सोनू कुमार शास्त्री आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
महामंडलेश्वर हेमांगी सखी ने अपने शिविर में आये सभी भक्तों व श्रद्धालुओं का स्वागत करते हुए उन्हें प्रसाद वितरित किया।
कुम्भ मेला क्षेत्र में देश की प्रथम किन्नर महामण्डलेश्वर हेमांगी सखी के उनके दर्शनों हेतु भक्तों व श्रद्धालुओं का तांता

Add Comment