राजनीति

म. प्र. में कट्टपन्थियों को सही सबक

डाॅ.बचन सिंह सिकरवार


गत दिनों मध्य प्रदेश के उज्जैन और इन्दौर में अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर के निर्माण हेतु शान्तिपूर्ण तरीक से धन संग्रह को निकले रामभक्तों पर अकारण पत्थराव कर उन्हें गम्भीर रूप से घायल करने वालांे पर जिला प्रशासन ने उनके खिलाफ जो बेहद सख्त कार्रवाई की हंै, वह स्वागत योग्य, अनुकरणीय और सामयिक कदम है। निश्चय ही इससे उन मजहबी कट्टपन्थियों को सबक मिलेगा, जिन्हें देश के कानून का कतई डर नहीं है। ये लोग समाज में धार्मिक विद्वेष पैदा कर अशान्ति फैला कर अपनी उपस्थिति दर्शाने का कोई अवसर करने नहीं छोड़ते। ऐसे तत्त्व देश के विभिन्न प्रदेशों के अलग-अलग जगह-जगह पर किसी न किसी बहाने बेखौफ होकर खून-खराबा कर दहशत फैलाते रहते हैं, ताकि दूसरे धार्मिक समुदाय उनसे भयभीत रहे और उनकी हर तरह की बेजां हरकतों की अनदेखी करते रहें। यह सब करके ये लोग एक तरह से देश को एक तरह से कानून के शासन को चुनौती देने की कोशिश करते हैं।
ऐसा ही गत 25 दिसम्बर और 29 दिसम्बर को क्रमशः उज्जैन और इन्दौर जिले की देवपाल तहसील के चन्दनखेड़ी गाँव में हिन्दू संगठनों कार्यकर्ताओं द्वारा निकाली जा रही जनजागरण रैली पर जमकर पथराव किया है, जिसमें काफी कार्यकर्ता घायल हुए थे। इनमें जहाँ उज्जैन में नौ कार्यकर्ता, वहीं इन्दौर में काफी लोग घायल हुए थे। इसके बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर गए और उन मकानों को चिह्नित किया, जहाँ से उत्पातियों ने बेवजह या कहें मजहबी नफरत में आकर बेखौफ होकर पत्थर फेंके थे। संयोग से ये चिह्नित मकान अवैध रूप से और अतिक्रमण कर बनाये हुए थे, जिन्हें प्रशासन ने उज्जैन में 26 दिसम्बर और इन्दौर में 29 दिसम्बर को जमींदोज करा दिया।उज्जैन की वारदात मामले दो केस दर्ज कर 36लोगों को आरोपित बनाए गए हैं। इसी तरह वस्तुतः ये लोग भारत में रहते जरूर हैं,पर उनका दिल-दिमाग दूसरे हममजहबी मुल्कों में बसता है। इन्हें उस हर काम को देखकर बुरा लगता है,जिससे भारत और उसका बहुसंख्यक समुदाय सुदृढ़ और उसका गौरव बढ़ता हो।इसकी असल वजह उनका खुद को बाहर से आए हमलावरों को वारिस मानना है और इस मुल्क को ‘दारुल इस्लाम’ बनाने का ख्वाब देखना है। इसे हकीकत में बदलने के लिए जहाँ उनका हममजहबी मुल्क पाकिस्तान भारत पर लगातर हमला करता रहता है, तो इस्लामिक कट्टपन्थी भारत में रहते हुए तरह -तरह के हथकण्डों से संविधान के प्रावधानों से अपनी कौम को ज्यादा-ज्यादा फायदे दिलाना तथा अपने मजहबियों की तादाद बढ़ाना और मजबूत बनाना है। इसके लिए वे दूसरे मजहबों के लोगों को अपना घर बेचकर या छोड़ कहीं पलायन के लिए तो, कहीं इस्लाम कबूल करने को। ये ही लोग गैर मुस्लिम युवतियों को अपनी असली पहचान छिपा कर छल, फरेब से फर्जी मुहब्बत के जाल में फँसा कर इस्लाम कुबूल कराना है।देश में ऐसी घटनाएँ बढ़ने पर उ.प्र., उत्तराखण्ड, म.प्र. आदि में राज्य सरकार ने इन रोकने के लिए धर्म स्वातत्र्य विधेयक पारित किये हैं। इन अधिनियमों में ऐसे अपराधों के लिए कठोर दण्ड के प्रावधान किये हैं। इससे ऐसे कट्टरपन्थियों में सरकार के खिलाफ भारी नाराजगी बनी हुई है। उज्जैन तथा इन्दौर की घटनाओं पर दुःख व्यक्त करते हुए विश्व हिन्दू परिषद्् के अन्तर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार करते हुए कहा कि इस पूरे आन्दोलन में टकराव की स्थिति नहीं बनने देंगे।
अब जहाँ तक म.प्र.के उज्जैन और इन्दौर में हुई वारदातों का सवाल है तो उसकी वजह कुछफ्र इस्लामिक कट्टरपन्थियों की मजहबी नफरत है। इन कट्टरपन्थियों का अयोध्या में राम मन्दिर निर्माण रास नहीं आ रहा है। ये लोग श्रीरामजन्मभूमि/बाबरी मस्जिद विवाद के मामले में 9 नवम्बर, 2019 के सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय से खुश नहीं हैं,लेकिन तब कई कारणों से खुलकर मुखालफत नहीं कर पाये। बाद में उसकी भड़ास इन्होंने ‘नागरिक संशोधन विधेयक’-2019 का विरोध कर निकाली।इसके लिए दिल्ली के शाहीन बाग में धरना-प्रदर्शन से शुरू होकर पूरे देश में हिंसक प्रदर्शन में फैल गया। इसका नतीजा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दिल्ली आगमन के दिन भयानक साम्प्रदायिक दंगे के रूप में सामने आया। इसमें 50 से ज्यादा लोगों की जानें गईं और करोड़ों रुपए की सम्पत्ति बर्बाद हुई। तब उ.प्र. में उत्तर सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दंगाइयों को सबक सिखाने के लिए उनसे आगजनी में नष्ट हुई सम्पत्ति की क्षतिपूर्ति वसूलने का कानून बनाया था। उससे दंगाइयों को अच्छा सबक मिला है। इसके बाद बैंगलुरू समेत कई जगहों पर दंगा-फसाद करने की कोशिशें की हैं। उसके बाद फ्रान्स के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के पैगम्बर मुहम्मद साहब के व्यंग्य चित्र से सम्बन्धित बयान के बाद मुम्बई तथा म.प्र.के भोपाल और दूसरे नगरों में कुछ इस्लामिक कट्टरपन्थियों ने विरोध के नाम माहौल बिगाड़ने की पूरी कोशिश की। उक्त कदमों से सबक लेते हुए अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान की सरकार रहते प्रशासन ने भी साहसिक कदम उठाया है। अब उम्मीद की जानी चाहिए कि इससे कट्टरपन्थियों को सबक मिलेगा और वे उज्जैन तथा इन्दौर जैसी वारदातों करने से बाज आएँगे।
सम्पर्क-डाॅ.बचन सिंह सिकरवार 63ब,गाँधी नगर,आगरा-282003 मो.नम्बर-9411684054

 

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