देश-दुनिया

स्पेन से अलग होने का कैटलन का टूटा ख्वाब

डॉ.बचन सिंह सिकरवार
पिछले दिनों स्पेन के उच्चतम न्यायालय द्वारा 12 अलगाववादियों को 13 साल तक की कठोर सजा दिये जाने से निश्चय ही इसके कैटलोनिया प्रान्त के उन लोगों को गहरा आघात लगा होगा,जो स्पेन से अलग होकर स्वतंत्र देश कैटलोनिया बनाने की चाहत अपने दिलों में पाले हुए हैं। अब इस फैसले से नाराज कैटलोनिया समर्थकों द्वारा फिर से आन्दोलन छेड़ने जाने की आशंका बनी हुई है। गत 15अक्टूबर को दिये अपने निर्णय में इस मुल्क के उच्चतम न्यायालय इन नेताओं के सन् 2017 में कैटलोनिया को स्पेन से अलग करने के इरादे से जनमत संग्रह को अवैध ठहराया है, जिसके माध्यम से इस प्रान्त के लोगों ने स्वतंत्र कैटलन देश के गठन के पक्ष में मतदान किया था। लेकिन कैटलन लोगों द्वारा बड़े जतन से किये गए सफल प्रयास को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर दुनिया के दूसरे देशों का समर्थन नहीं मिला। इस कारण स्पेन की सरकार को क्षेत्रीय सरकार को बर्खास्त करने में किसी भी तरह के प्रतिरोध/ विरोध का सामना नहीं करना पड़ा। वह बड़ी आसानी से कैटलोनिया के अलगाववादी नेताओं के खिलाफ बड़ी आसानी से हर तरह दमनात्मक कार्रवाई करने में कामयाब रही। कैटलन स्वतंत्रता आन्दोलन एक सामाजिक तथा राजनीतिक आन्दोलन है जिसकी जड़ें कैटलन राष्ट्रवाद में हैं जिसके जरिए कैटलन की स्पेन से स्वतंत्रता की माँग करते आए हैं। इस आन्दोलन की शुरुआत सन् 1922 में हुई।जब फ्रान्स मासिया ने राजनीतिक पार्टी‘एस्टेट केटाला‘(केटलन स्टेट)की स्थापना की।फिर सन् 1931 में ‘एस्टेट केटाला’ तथा अन्य राजनीतिक पार्टियों ने मिलकर ‘एस्क्यूरा रिपब्लिका डी केटलोनिया’ का गठन किया। सन् 1931 में मासिया ने ‘केटलन रिपब्लिका’ की घोषणा की। बाद में द्वितीय स्पेनिश रिपब्लिका के नेताओं से वार्ताओं के पश्चात् स्पेनिश राज्य’ के अन्तर्गत स्वायत्तता स्वीकार कर ली गई। लेकिन स्पेन के गृह युद्ध के दौरान जनरल फ्रान्सिस फ्रैंको ने कैटलन की स्वतयत्ता को खत्म कर दिया। सन् 1975 में फ्रान्सिस फ्रैंको की मौत के उपरान्त कैटलन की राजनीतक पार्टियाँ ने स्वतंत्रता के स्थान पर स्वायत्तता पर बल देने लगीं। वर्तमान स्वतंत्रता आन्दोलन की शुरुआत सन् 2010से हुई,जब स्पेन के संवैधानिक न्यायालय ने स्वायत्ता अधिनियम,2006 के स्वायत्तता से जुड़े कुछ अनुच्छेद समाप्त कर दिये,जिनमें स्पेन सरकार ने कैटलोनिया में जनमत संग्रह कराना स्वीकार किया। उसे असंवैधानिक घोषित कर दिया। इस निर्णय के विरुद्ध शीघ्र स्वतंत्रता की माँग में परिवर्तित हो गया।
11सितम्बर, 2012 (कैटलोनिया का स्वतंत्रता) को लोकप्रिय आन्दोलन की दूसरी बार बढ़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन स्पष्टतः कैटलोन सरकार ने स्वतंत्रता की प्रक्रिया को बढ़ाने के लिए शुरू हुई। कैटलान के राष्ट्रपति आर्थर मास ने आम चुनाव की घोषणा की,जो इस क्षेत्र के इतिहास में पहली बार स्वतंत्रता समर्थकों की जीत हुई। परिणामतः सन् 2013के शुरू में नई संसद ने कैटलन की सम्प्रभुता स्वीकार करते हुए कैटलन के लोगों को अपने राजनीतिक भविष्य का निर्णय लेने का समर्थन किया। इसके बाद कैटलन की सरकार ने नवम्बर, 2014 में कैटलन को राष्ट्र का दर्जा देने के बारे में जनमत संग्रह में यह प्रश्न पूछा कि क्या आप कैटलन का राष्ट्र बनाना चाहते हैं? और यदि हाँ, तो उसे स्वतंत्र देश बनाने के पक्ष में हैं? इस पर स्पेन सरकार ने प्रस्तावित जनमत संग्रह को संवैधानिक न्यायालय को भेजा, जिसने इसे असंवैधानिक घोषित कर दिया गया। तब कैटलन सरकार ने इस जनमत संग्रह को बाध्यकारी बनाया। स्पेनिश न्यायालय के गैरबाध्यकारी मत देने को प्रतिबन्ध करने के बाद भी 9 नवम्बर, 2014 को आत्मनिर्णय के लिए जनमत संग्रह हुआ,जिसमें कुल 42प्रतिशत वोट डालने में से 81 प्रतिशत लोगों ने कैटलन की आजादी के पक्ष में अपना मत दिया। नई संसद ने नवम्बर, 2015 को स्वतंत्रता प्रक्रिया के प्रस्ताव पारित कर दिया। नए राष्ट्रपति कार्ल्स पुइजडेमण्ट ने स्वतंत्रता के लिए बाध्यकारी जनमत संग्रह की घोषणा की। यद्यपि स्पेनिश सरकार तथा संवैधानिक न्यायालय ने इस अवैधानिक ठहराया,तथापि 1 अक्टूबर, 2017 को जनमत संग्रह हुआ, तब जबकि स्वतंत्रता विरोधी राजनीतिक पार्टियों ने लोगों को इसका बहिष्कार करने का आग्रह किया,फिर भी 43प्रतिशत मतदान में भाग लेने वालों में से 90प्रतिशत लोगों ने स्वतंत्रता के पक्ष में मतदान किया। इस आधार पर हुए कैटलोनिया की संसद ने एकतरफा रूप से स्वतंत्र रिपब्लिक कैटलोनिया बनाने के प्रस्तुत का अनुमोदन की घोषणा कर दी,जिसे वकीलों ने स्पेन के संवैधानिक न्यायालय के निर्णय का उल्लंघन बताया। कैटलोनिया की संसद में ‘पार्टी डेमोक्रेटा यूरोपीय केटाला’ने स्वतंत्रता का खुलकर समर्थन किया है।
जहाँ तक कैटलोनिया के इतिहास पर दृष्टिपात करें,तो इस पर ‘एरागोन‘की सत्ता था,जो सन्1137में बर्सिलोना देश और एरागोन राजवंशों के मिलाप से बना है। जिसकी अपनी भाषा, संस्कृति,इतिहास रहा है, जो सन् 1137 में बर्सिलोना देश के साथ दो राजवंशों के मिलने से जुड़ गया कालान्तर पन्द्रहवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में एरागोन और कैसटिल क्राउन से वैवाहिक सम्बन्ध के बाद स्पे

न देश बना गया। प्रारम्भ में एरागोन क्राउन में अनेक कई पहचान/सत्ताएँ थीं, इनमें कैटलोनिया भी सम्मिलित है ।कैटलोनिया ने अपने कानून और रीति-रिवाज तथा राजनीतिक संस्थान बनाये रखे,जो उसकी सम्प्रभुता को गारण्टी थे ।इनके लिए वास्तविक मिलाप के समय उन्होंने गृहयुद्ध लड़ा गया था।यह फोरालिस्टस तथा राजतंत्रवादियों के बीच हुआ था,इसे कैटलान गृहयुद्ध(1462-1472)जाना जाता है। 1640 में 30वर्षीय युद्ध तथा ‘फ्रेंको-स्पेनिश युद्ध’ ,कैटलान के किसानों विद्रोह कर रीपर्स वार शुरू किया।
वस्तुतः स्पेन के पूर्वोत्तर में स्थित प्राकृतिक संसाधन से भरपूर कैटलोनिया के बाशिन्दों ने सन् 2017 में अपने मुल्क से अलग होकर स्वतंत्र कैटलोनिया की स्थापना हेतु जनमत संग्रह कराया था, जिसमें बड़ी संख्या मंे उसके पक्ष में अपना मत व्यक्त किया था,किन्तु स्पेन के बाकी लोग उनके इस कदम से सहमत नहीं थे,किन्तु कैटलन के लोगों ने भी स्पेन से अलग होने के अपने कुछ कारण रहे हैं,नहीं तो कोई बेवजह बागी नहीं होता।कहीं न कहीं इस प्रान्त के लोग अपने साथ स्पेन सरकार से व्यवहार से खु श नहीं है।उन्हें लगता है कि उनके साथ उचित न्याय नहीं किया जा रहा है। वैसे स्वतंत्र केटलन देश के गठन के लिए यह जनमत संग्रह सन् 1975 में तानाशाह फ्रैंको के निधन के पश्चात् लोकतंत्र अपनाने वाले इस देश की सबसे चर्चित मामलों में से एक था। उच्चतम न्यायालय ने केटलन क्षेत्र पूर्व उप राष्ट्रपति ओरियल जनक्वेरस को देशद्रोह और सरकारी कोष के धन के दुरुपयोग के आरोपों में 13वर्ष का दण्ड दिया है, जबकि 8 दूसरे नेताओं को 9 से 13 साल की कैद की सजा दी गई। शेष तीन नेताओं को कम दण्ड मिलेगा। वैसे भी न्यायालय से अभियोजकों ने अलगावादी नेताओं के लिए कड़ी सजा की माँग की थी। सजा पाने वालों में क्षेत्रीय संसद के स्पीकर कार्मे फोरकाडेल भी सम्मिलित हैं।
पश्चिम यूरोपीय देश स्पेन के पश्चिम-दक्षिण में पुर्तगाल, दक्षिण में मोरक्को, उसके उत्तर में फ्रान्स, उत्तर-पूर्व में भूमध्य सागर है। इसका क्षेत्रफल-5,04,750 वर्गकिलोमीटर तथा जनसंख्या-4,61,52925 से अधिक है।यहाँ के लोग ईसाई धर्म को मानते हैं और स्पेनिश, कैटेलान, बास्क, गैलशियन भाषाएँ बोलते हैं। इस देश की राजधानी-मेड्रिड तथा मुद्रा- यूरो है। स्पेन सन् 1492 में स्वतंत्र हुआ। इसी साल यहाँ के अन्वेषक कोलम्बस ने अमेरिका की खोज की,जो वस्तुतः भारत का पता लगाने निकला था,पर अमेरिका पहुँच गया। अमेरिका की खोज के साथ ही यह मुल्क एक बड़ा उपनिवेशक ंसाम्राज्य बन गया।सन् 1588में इंग्लैण्ड द्वारा स्पेनिश अरमेडा जीतने के बाद स्पेन एक लघु प्रायद्वीप शक्ति के रूप् में सिमट गया। सन् 1939 में स्पेन में जनरल फ्रेंको ने तानाशाह बन गए। फिर सन् 1975 में फ्रैंको की मृत्यु के उपरान्त यहाँ संवैधानिक राजतंत्र की स्थापना हुई।
परम्परागत रूप से स्पेन एक क ृषि प्रधान देश हैैै। यहाँ कई तरह के अनाजों, सब्जियों और फलों की खेती की जाती है। उद्योग में रसायन, मशीनी औजार तथा जहाज निर्माण सम्मिलित हैं। फिलहाल, अब देखना यह है कि कैटलोनिया के लोग उच्चतम न्यायालय के इस फैसले पर कैसी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हैं,यह आने वाला समय ही बताएगा।
सम्पर्क-डॉ.बचन सिंह सिकरवार 63ब,गाँधी नगर, आगरा-282003 मो.नम्बर-9411684054

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